नई दिल्ली: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 10वीं बार बिहार विधानमंडल में वर्ष 2019-20 का वार्षिक बजट पेश किया. मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए कुल 2,00,501.01 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया है. इस बार के बजट में पिछले बजट के मुकाबले 23,510.74 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है. वित्तीय वर्ष 2018-19 में कुल 1,76,990.27 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया था.
इस बजट के तहत सरकार की तरफ से चलाए जा रहे वार्षिक स्कीम का बजट वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए 1,00,000.98 करोड़ रुपये रखा गया है. ये वित्तीय वर्ष 2018-19 के 91,794.73 करोड़ रुपये के मुकाबले 8,206.25 करोड़ रुपये अधिक है.
किस क्षेत्र में कितने पैसे खर्च किए जाएंगे
शिक्षा विभाग- 20309.03 करोड़ रुपये
ग्रामीण विकास विभाग- 15814.87 करोड़ रुपये
ग्रामीण कार्य विभाग- 9896.97 करोड़ रुपये
समाज कल्याण विभाग- 6997.63 करोड़ रुपये
पथ निर्माण विभाग- 5936.92 करोड़ रुपये
स्वास्थ्य विभाग- 5149.45 करोड़ रुपये
उर्जा विभाग- 4583.13 करोड़ रुपये
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग- 3225.34 करोड़ रुपये
पंचायती राज विभाग- 3114 करोड़ रुपये
नगर विकास एवं आवास विभाग- 3075 करोड़ रुपये
अन्य विभाग- 21898.64 करोड़ रुपये
राजकोषीय बचत और घाटा
वित्तीय वर्ष 2019-20 में 21,516 करोड़ रपुय राजस्व बचत रहने का अनुमान है जो सकल राज्य घरेलू उत्पाद यानी राज्य की जीडीपी 5,72,827 करोड़ रुपये का 3.76 फीसदी है. वित्तीय वर्ष 2019-20 में 16,101.05 करोड़ रुपये राजकोषीय घाटा रहने का अनुमान है जो सकल राज्य घरेलू उत्पाद यानी राज्य की कुल जीडीपी 5,72,827 करोड़ रुपये का 2.81 फीसदी है.
सुशील मोदी ने बजट पेश करने के दौरान पढ़ा ये शेर
नजर को बदलो तो नजारे बदल जाते हैं
सोच को बदलो तो सितारे बदल जाते हैं
कश्तियां बदलने की जरुरत नहीं
दिशा को बदलो तो किनारे
खुद ब खुद बदल जाते हैं
बिहार की खुदरा महंगाई दर
बजट पेश करने के दौरान सुशील मोदी ने कहा कि वर्ष 2017-18 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (Consumer Price Index) यानी बिहार की खुदरा महंगाई दर पूरे देश के मुकाबले कम है. पूरे देश की 3.6 की तुलना में बिार की खुदरा महंगाई दर 2.7 है. केरल की 6, तमिलनाडू की 4.9, महाराष्ट्र की 4.1 फीसदी की तुलना में बिहार का खुदरा महंगाई दर मात्र 2.7 है. साल 2013 की तुलना में साल 2018 में बिहार, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना में महंगाई दर में सर्वाधिक गिरावट देखी गई.
सुशील मोदी ने कहा कि वर्ष 2019-20 में छपरा, पूर्णिया, समस्तीपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी, वैशाली, झंझारपुर, सिवान, बक्सर, भोजपुर और जमुई में 11 नये मेडिकल कॉलेज और रहुई और नालन्दा में एक दंत विज्ञान महाविद्यालय का निर्माण शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पटना स्थित इन्दिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में लगभग 138 करोड़ रुपये के खर्च से 100 बेड वाला राज्य स्तरीय कैंसर संस्थान का निर्माण आगामी 20 महीनों में पूरा हो जाएगा.
इसके साथ ही वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2019-20 में पटना स्थित नालन्दा मेडिकल कॉलेज के परिसर में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र की शाखा स्थापित की जाएगी जहां लैब की सुविधा के साथ-साथ रोगों के अनुसंधान का कार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019-20 से अररिया, किशनगंज और नवादा जिला में स्थापित नए इंजीनियरिंग कॉलेज में सेशन शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019-20 में राज्य के सात इंजीनियरिंग कॉलेज और 12 पॉलिटेक्निक संस्थानों में उपलब्ध भूमि पर 250 करोड़ रुपये की लागत से अतिरिक्त हॉस्टल का निर्माण किया जाएगा.
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