नई दिल्ली: अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने के मामला बढ़ता ही जा रहा है. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट का घेराव कर लिया है और योगी सरकार विराधी नारे लगा रहे हैं. वहीं इस पर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान सामने आया है.


योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''अखिलेश यादव के प्रयागराज आने से हिंसा की आशंका थी. प्रयागराज में अभी कुंभ की वजह से काफी भीड़ है और वहां कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा था. अराजक गतिविधियों से बाज आना चाहिए.''

यूपी सरकार का दावा है कि अखिलेश यादव को प्रयागराज न जाने के बारे में बता दिया गया था. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने कल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के निजी सचिव को पत्र लिखकर सूचित किया था कि विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों में राजनेताओं को आने अनुमति नहीं है.



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योगी ने कहा, "सपा अराजकता फैलाने के लिए जानी जाती है. अखिलेश जाते तो यूनिवर्सिटी में बवाल होता,छात्र गुटों में हिंसा की आशंका के चलते उन्हें रोका गया. हम समाजवादी पार्टी को अराजकता फैलाने की इजाजत नहीं दे सकते.

बता दें कि इस घटना पर रामगोपाल यादव ने कहा, ''मुझे ऐसा लग रहा है कि अघोषित आपातकाल की स्थिति आ गयी है. उन्होंने कहा कि अखिलेश को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इशारे पर रोका गया है. योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सीएम साधु के भेष में क्या है ये मैं नहीं जानता. ये घटना मानवाधिकार हनन का विषय है. उन्होंने कहा कि बीजेपी अपनी हार को देखते हुए बौखला गयी है.

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दरअसल अखिलेश यादव को इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के वार्षिक समारोह में चीफ गेस्ट की तौर पर बुलाया गया था. एबीवीपी के विरोध के चलते यूनिवर्सिटी प्रशासन और जिला प्रशासन ने कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी. यूनवर्सिटी में आज छुट्टी कर दी गई. अखिलेश ने ट्विवट करके कहा था कि जरूर जाएंगे, इसी वजह से लखनऊ एयरपोर्ट पर रोका गया.


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