कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू है, लेकिन वैक्सीन की डोज लगवाने के बाद भी लोगों का कोरोना पॉजिटिव पाए जाने का मामला सामने आ रहा है. हाल ही में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के डायरेक्टर प्रोफेसर आर के धीमान कोरोना वायरस की जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं. पहले धीमान की पत्नी डॉक्टर प्रवीणा संक्रमित पाई गईं और कंटैक्ट ट्रेसिंग की प्रक्रिया में डायरेक्टर भी कोरोना पॉजिटिव निकले.


डॉक्टर दंपति को वैक्सीन का डोज लगवाने के बावजूद संक्रमण
पेचीदा मामला ये है कि डॉक्टर दंपति को कोविड-19 वैक्सीन के दोनों डोज दिए गए थे. रिपोर्ट के मुताबिक धीमान को वैक्सीन का पहला डोज 16 जनवरी को और दूसरा डोज 15 फरवरी को लगाया गया. डायरेक्टर की कोरोना जांच रिपोर्ट गुरुवार की शाम को आई और जल्द ही उन्होंने फेसबुक के माध्यम से अपनी स्थिति की सूचना दी.




सोशल मीडिया अकाउंट पर उन्होंने लिखा, "मैं और मेरी पत्नी कोरोना वायरस की जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं. दो दिन पहले डॉक्टर प्रवीणा में संक्रमण की पुष्टि हुई थी. पिछले सात दिनों से मेरे या मेरी पत्नी के संपर्क में आए लोगों से अपील है कि जरूरी एहतियात बरतें." आयुर्विज्ञान संस्थान के अधिकारियों ने कहा कि दंपति के संपर्क में आए लोगों की पहचान और जांच की जा रही है. डायरेक्टर के दफ्तर को सैनिटाइज भी किया जा रहा है.

क्या पूरी तरह डोज इस्तेमाल के बाद भी कोविड-19 हो सकता है?
ये सवाल विशेष तौर पर पैदा हो रहा है कि क्या पूरी तरह से वैक्सीन का डोज लगवा चुका शख्स कोरोना की चपेट में आ सकता है? रिसर्च से खुलासा हुआ है कि जब किसी शख्स के शरीर में वैक्सीन का इंजेक्शन लगाया जाता है, तब ये वायरस के खिलाफ एंटी बॉडीज बनाना शुरू कर देती है और इस तरह शख्स को वायरस के हमले से प्रतिरक्षा हासिल कर लेता है. लेकिन पूरी तरह से डोज इस्तेमाल कर चुके शख्स को क्या वायरस के हमले का खतरा है या नहीं, इस बारे में विशेषज्ञों ने सबूत नहीं मिलने की बात कही.


उनका कहना है कि वर्तमान मौजूद किसी कोविड-19 वैक्सीन शख्स को वायरस के चपेट में आने से रोक सकती है. रिसर्च किसी निष्कर्ष पर पहुंचने में विफल है कि क्या कोई वैक्सीन का डोज लेने वाला शख्स कोविड-19 से पूरी तरह सुरक्षित है या नहीं. हालांकि, कोविड-19 वैक्सीन से पूरी तरह सुरक्षित शख्स को कोविड-19 के संपर्क में आने पर जांच कराने या क्वारंटीन होने की जरूरत नहीं है. ये उस स्थिति में है जब उसके अंदर लक्षण नहीं दिखाई दे.


वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद सावधानी की है जरूरत
वैक्सीन लेने वाले सभी लोगों को बुनियादी स्वच्छता की आदतें और सुरक्षा एहतियात का पूरा टीका लगवाने के बाद भी पालन करना चाहिए. इसके अलावा, वैक्सीन से होने वाली एलर्जी प्रतिक्रिया के सभी लक्षणों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए. मास्क पहने बिना सार्वजनिक जगहों पर न निकलें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें क्योंकि कोरोना वायरस के दोबारा संक्रमण का खतरा वास्तविक है और किसी भी वक्त आपको संक्रमित कर सकता है. इसलिए अपने हाथों की सैनिटाइजर से सफाई करें.


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