सऊदी अरब अब तेल व्यापार से इतर अपने देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के तरीके खोज रहा है. इसके लिए इस देश ने पर्यटन को मजबूत करने का फैसला किया है. पर्यटक के रूप में भारतीय नागरिक सऊदी अरब की पहली पसंद हैं. इस वजह से सऊदी अरब भारतीय नागरिकों को कई तरह के लुभावने ऑफर दे रहा है, जिसमें फ्री वीजा भी शामिल है. 


सऊदी अरब चाहता है कि साल 2030 तक 7.5 मिलियन (75 लाख) भारतीय नागरिक पर्यटक के रूप में वहां आएं. इसी वजह से भारतीयों के लिए खास ऑफर दिए जा रहे हैं. 


तेल व्यापार पर निर्भर है सऊदी की अर्थव्यवस्था
सऊदी अरब दुनिया के सबसे अमीर देशों में शामिल है. इसकी अर्थव्यवस्था मूल रूप से तेल के निर्यात पर निर्भर है. हालांकि, समय के साथ हर क्षेत्र में ईंधन के रूप में तेल का विकल्प खोजा जा रहा है. इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग दर्शाती है कि आने वाले समय में तेल की मांग पहले जैसी नहीं रहेगी. इसके अलावा सऊदी में तेल के कुएं खत्म हो रहे हैं. सऊदी अरब इस बात को बखूबी समझता है. इसी वजह से वह अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के लिए अन्य विकल्प देख रहा है.


75 लाख पर्यटक बुलाने का लक्ष्य
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में सऊदी पर्यटन प्राधिकरण के अध्यक्ष अलहसन अलदाबाग ने कहा "हमने सऊदी में पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए भारतीयों पर खास फोकस किया है. 2030 तक हम भारत के 7.5 मिलियन (75 लाख) पर्यटकों को बुलाना चाहते हैं." रियाद का लक्ष्य है कि अगले छह साल में उसकी अर्थव्यवस्था में 56 फीसदी योगदान तेल के इतर अन्य संसाधनों से आना चाहिए. इसी वजह से पर्यटन पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है. 


पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए सऊदी अरब अपने देश के कानून में ढील दे रहा है. इसके साथ ही 96 घंटे तक फ्री वीजा देने की योजना भी शुरू करने जा रहा है. भारत में सऊदी के 10 वीएफएस कार्यालय हैं. अलदाबाग के अनुसार इनकी संख्या बढ़ाने पर भी सऊदी विचार कर रहा है.


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