नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस का विवाद सुलझाने के लिए दिल्ली में मैराथन बैठकों का सिलसिला जारी है. पिछले तीन दिनों में लगभग सभी विधायकों और सांसदों से मिलने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे, हरीश रावत और जेपी अग्रवाल की सदस्यता वाले पैनल ने आज बीते विधानसभा चुनाव में हारे हुए उम्मीदवारों को बुलाया गया है. पैनल सबसे पहले आज सांसद मनीष तिवारी से बात करेगा. लेकिन सबको इंतजार कैप्टन के आने का है. बताया गया था कि उन्हें गुरुवार को आना है लेकिन अब कार्यक्रम में फेरबदल के आसार हैं. अब ऐसे में आज या कल कैप्टन के दिल्ली आने की संभावना है.


कांग्रेस समिति ने कई सांसदों और पूर्व प्रदेश अध्यक्षों से राय ली
कांग्रेस की पंजाब यूनिट में चल रही कलह को दूर करने के मकसद से गठित समिति ने बुधवार को राज्य के कई सांसदों और पूर्व प्रदेश अध्यक्षों से मुलाकात कर उनकी राय ली. पिछले तीन दिनों में राज्य के करीब 80 कांग्रेस नेता इस समिति के समक्ष पेश होकर अपनी बात रख चुके हैं. इनमें से अधिकतर विधायक हैं.


सूत्रों ने बताया कि बुधवार को समिति से मुलाकात करने वाले कुछ नेताओं ने सरकार से जुड़े मुद्दे उठाए तो कुछ नेताओं ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले संगठन को दुरुस्त करने की मांग उठाई. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय समिति के समक्ष सोमवार और मंगलवार को करीब 50 मंत्रियों, सांसदों, विधायकों ने अपनी बात रखी थी.


बता दें, हाल के कुछ सप्ताह में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली है. विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. सिद्धू ने मंगलवार को इस समिति से मुलाकात कर अपने विचार रखे थे. समिति से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि 'सत्य प्रताड़ित हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता.'


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