Manipur Violence: तीन मई को भड़की मणिपुर हिंसा की आग अभी तक पूरी तरह बुझी नहीं है. वह चाहे घटना स्थल मणिपुर हो या फिर देश की संसद हो. केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध अभी भी कायम है. यह टूटने का नाम नहीं ले रहा है. इन सभी घटनाओं के बीच विपक्षी सांसदों का दल मणिपुर की स्थितियों का जायजा लेने के लिए दो दिन के दौरे पर गया था.


वहां से लौटकर आए राष्ट्रीय जनता (आरजेडी) के सांसद मनोज झा ने दोनों समुदायों मैतेई और कुकी से शांति बहाली की मांग की है. मणिपुर में हिंसा की खौफनाक तस्वीरों के बीच कुछ ऐसी घटनाएं भी सामने आईं जिनमें एक-दूसरे ने लोगों को बचाया भी है. ऐसे समाचार भी सामने आनने चाहिए. मानवता की इन तस्वीरों से शांति बहाली की दिशा में बढ़ने में मदद मिलेगी.


जो खुद समस्या हो वह समाधान कैसे कर करेगा


मणिपुर में विपक्षी दलों के 21 सांसद मणिपुर की परिस्थियों का जायजा लेने के लिए वहां गए थे. वहां की स्थिति पर चिंता जताते तो हुए राज्य सभा सदस्य और दिल्ली विश्व विद्यालय में प्रोफेसर मनोज झा ने मीडिया के सामने कहा कि हमें हर हाल में समस्या का हल चाहिए.


साथ ही उन्होंने राज्य की स्थानीय सरकार के मुख्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा है कि जो खुद समस्या है, उससे समस्या के समाधान की अपेक्षा नहीं की जा सकती है. मालूम हो कि मुख्यमंत्री एन. बीरेंन सिंह मणिपुर के बाहुल्य समुदाय मैतेई से ही आते हैं. मैतेई समुदाय पर ही यह आरोप है कि उन्हीं के लोगों ने दो महिलाओं को निवृस्त्र कर घुमाने के अलावा एक महिला के साथ गैंगरेप की घिनौनी घटना को अंजाम दिया था.


अच्छी तस्वीरों से शांति बहाली में मिलेगी सहायता


RJD से राज्यसभा पहुंचे मनोज झा ने मणिपुर घटना पर सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाया है. उन्होंने मोदी सरकार द्वारा राज्य सरकार के मुख्य मंत्री के खिलाफ कड़ा एक्शन की मांग पहले भी की थी. इसके साथ ही उन्होंने सिर्फ एक ही बात पर जोर दिया कि किसी भी कीमत पर मणिपुर में शांति और सौहार्द का वातावरण स्थापित हो. इसके लिए राज्य एवं केंद्र सरकार को मिलकर कड़े कदम उठाने चाहिए. इतना ही नहीं वहां इस भयानक वातावरण के बीच एक-दूसरे की मदद करने वाली तस्वीरों को भी सामने आनी चाहिए. इससे निश्चित रूप से इससे हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में शांति स्थापना में मदद मिलेगी.


ये भी पढ़ेंः Manipur Violence: 'पहले मणिपुर जाएं फिर हमसे टक्कर लें', बीजेपी के बयानों पर भड़के अधीर रंजन चौधरी