Karnataka Polls of Exit Polls: 224 सीटों वाले कर्नाटक विधानसभा चुनावों में लगभग सभी एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त या स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया है. कुछ पोल ने तो त्रिशंकु सदन होने की भी भविष्यवाणी की है. सबसे दिलचस्प बात यह है कि लगभग सभी ने अपने एग्जिट पोल में भाजपा सरकार की वापसी नहीं होने का अनुमान जताया है. हालांकि इन अनुमानों को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली भाजपा ने सिरे से खारिज करते हुए यह दावा किया है कि कर्नाटक में फिर से भगवा का ही परचम लहराएगा. यानी कि फिर से भाजपा को ही बहुमत मिलेगा और वह सरकार बनाने के लिए साधारण संख्या बल को आसानी से प्राप्त कर लेगा.


10 मई की शाम मतदान खत्म होने के बाद सामने आए एग्जिट पोल के नतीजों पर सीएम बोम्मई ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि 'हर एग्जिट पोल अलग आंकड़ा दिखा रहा है लेकिन जमीनी रिपोर्ट यह है कि बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलने जा रहा है. एग्जिट पोल के नतीजे शत-प्रतिशत सही नहीं हैं. हमें 13 मई को सटीक नतीजों का इंतजार करना चाहिए.


CM ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस बार कोई रिसॉर्ट पॉलिटिक्स नहीं होगी क्योंकि भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलेगा. वहीं, उन्होंने जद (एस) को किंगमेकर बनने की भूमिका को नकारते कहा कि उन्हें किंगमेकर बनने की जरूरत नहीं पड़ेगी.


येदियुरप्पा का दावा- बीजेपी को 115 से अधिक सीटें मिलेंगी


वहीं, भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी एग्जिट पोल के नतीजों को खारिज किया है. उन्होंने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ''मैं कर्नाटक के लोगों की नब्ज जानता हूं, हमें पूर्ण बहुमत के साथ 115 से अधिक सीटें मिलेंगी और हम सरकार बनाएंगे. कर्नाटक में त्रिशंकु यानी हंग असेबली होने का कोई सवाल ही नहीं उठता. अगर हमें जेडीएस से हाथ मिलाना पड़ा तो इस पर राष्ट्रीय नेतृत्व ही फैसला करेगा''.


वहीं, इसके ठीक उलट एग्जिट पोल के नतीजों को लेकर कांग्रेस के नेता उत्साहित नजर आए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपनी पार्टी की जीत पर विश्वास जताया है. उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह भी लोगों की नब्ज जानते हैं. कहा- “मैं शुरू से कह रहा था कि हम (कांग्रेस) 130-150 सीटें जीतेंगे. हम वही जीतने की उम्मीद कर रहे हैं. हम इस बार सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. तटीय क्षेत्रों के 13 जिलों में से, हमने पिछले विधानसभा चुनाव में केवल एक सीट जीती थी, लेकिन इस बार हम उन क्षेत्रों में कहीं अधिक जीतेंगे."


बजरंग दल कोई चुनावी मुद्दा नहीं


बजरंग दल को बैन करने की चुनावी घोषणा पत्र में जिक्र होने से उठे विवाद और उससे मतदाताओं को प्रभावित होने के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह "कोई चुनावी मुद्दा नहीं है." उन्होंने कहा, 'हमने अपने घोषणापत्र में कहा था कि जो भी सांप्रदायिक हिंसा और सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा देगा, उससे सख्ती से निपटा जाएगा. हमने किसी को चिन्हित नहीं किया है. यह हिंदू समर्थक या मुस्लिम समर्थक संगठन हो सकते हैं.”


कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा 'मैं एग्जिट पोल में विश्वास नहीं करता. मेरे पास जमीनी रिपोर्ट है और हम इस बार 141 सीटें जीतेंगे.' उन्होंने कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा या गठबंधन सरकार बनाने की संभावनाओं को भी खारिज किया है. 


राहुल गांधी ने कर्नाटक के लोगों को कहा-धन्यवाद


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा, “मैं बब्बर शेर कार्यकर्ताओं और कांग्रेस के नेताओं को अच्छी तरह से प्रचार अभियान चलाने, गरिमापूर्ण और ठोस जनोन्मुखी अभियान के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. प्रगतिशील भविष्य के लिए बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए कर्नाटक केलोगों को धन्यवाद.”


जद (एस) के नेता एच डी कुमारस्वामी ने मतदान के बाद स्वीकार किया कि उनकी पार्टी सिर्फ 25 सीटों तक ही सीमित रह सकती है. इसके लिए उन्होंने 'वित्तीय संकट' को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा, 'कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी ने अच्छा फंड मुहैया कराया है, लेकिन कुछ जीतने योग्य सीटों पर हमने फंड नहीं दिया, जोकि प्रभावित हुआ है. यह मेरी गलती है कि मैं उम्मीद के मुताबिक उनका समर्थन नहीं कर पाया.