Aditya L1 Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख एस. सोमनाथ ने रविवार (22 अप्रैल) को कहा कि देश की प्रमुख अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी का आदित्य-एल1 सौर मिशन लगातार सूर्य के बारे में डेटा भेज रहा है. इस दौरान आभूषण कंपनी पी सी चंद्रा ग्रुप द्वारा विशेष पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के बाद सोमनाथ ने पत्रकारों से कहा कि अंतरिक्ष यान के कई उपकरण कई पहलुओं पर डेटा फीड करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.


इसरो प्रमुख ने कहा, ‘हम सूर्य को लगातार तरीके से देख रहे हैं, जिसमें पराबैंगनी चुंबकीय चार्ज गणना, कोरोना ग्राफ अवलोकन, एक्स-रे अवलोकन और अन्य चीजें शामिल हैं. बता दें कि, भारत का पहला सौर मिशन यान आदित्य-एल(1) दो सितंबर, 2023 को लॉन्च किया गया था. इस तरह आदित्य मिशन को लॉन्च हुए 7 महीने बीत चुके हैं.


चीजें हर दिन बदल रही होंगी- ISRO


सोमनाथ ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत के दौरान बताया, ‘हम इस उपग्रह को पांच साल के लिए रख रहे हैं और मिली कैलकुलेशन का विश्लेषण लंबे समय के उपाय के तौर पर किया जाएगा. इसरो प्रमुख ने कहा कि यह आपकी तत्काल खबर की तरह नहीं है कि आज सूर्य के बारे में कुछ बताया गया है, कल कुछ और होगा, चीजें हर दिन बदल रही होंगी.


उन्होंने कहा कि सभी गणनाएं अभी होंगी, लेकिन नतीजे बाद में पता चलेंगे. पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या यह मिशन सूर्य ग्रहण पर प्रकाश डाल सकेगा, सोमनाथ ने कहा, ‘ग्रहण तब होता है जब सूर्य चंद्रमा द्वारा रुक जाता है. जाहिर है, हमारा मिशन ग्रहण से पहले, ग्रहण के दौरान और उसके बाद में सूर्य के बारे में डेटा भी इकट्ठा कर रहा है.


इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने अन्य एजेंसियों के साथ सहयोग के बारे में कहा कि इसरो एक संयुक्त उपग्रह ‘निसार’ (नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार) बना रहा है.


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