लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सिविल सेवा में प्रदेश लोक सेवा आयोग की 2012 से अब तक की गई सभी नियुक्तियों की सीबीआई जांच करायी जाएगी. इस बात का ऐलान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधानसभा में किया है.


सामाजवादी पार्टी सरकार पर हमलावर तेवर अपनाते हुए योगी ने कहा, 'आपने (एसपी) यूपी पीसीएस का क्या कर दिया... इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं. हम यूपी पीसीएस में 2012 से अब तक हुई सभी नियुक्तियों की सीबीआई जांच कराएंगे .'


योगी ने कहा है कि 2012 से अब तक एक भी ऐसी नियुक्ति नहीं है, जिसे लेकर उंगली ना उठ रही हो. पुलिस के डेढ लाख पद खाली पडे हैं क्योंकि 'आपके (एसपी) इरादे साफ नहीं थे और सुप्रीम कोर्ट ने नियुक्तियों पर रोक लगा दी.' उन्होंने कहा है कि हरियाणा के एक पूर्व मुख्यमंत्री नियुक्तियों में धांधली के चलते ही दस वर्ष से जेल में हैं .


योगी ने कहा कि राज्य सरकार पुलिस के डेढ लाख पद तीन साल में भरेगी. इसके लिए एकदम पारदर्शी व्यवस्था की जाएगी. भर्तियां किसी जाति, मत या मजहब के आधार पर नहीं होंगी. उन्होंने कहा कि पिछले चार महीने के दौरान अपराध का ग्राफ गिरा है. मौजूदा सरकार के आते ही शत प्रतिशत एफआईआर दर्ज हो रही हैं .

योगी ने 2017—18 के बजट पर चर्चा के अंत में कहा कि अपराधियों को संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी कडा कानून बनाया जाएगा. अगर मौजूदा सत्र में इस बात का विधेयक पारित नहीं हो पाया तो विधेयक पारित कराने के लिए विधानसभा का अगला सत्र जल्द बुलाया जाएगा .