Agni-5 Nuclear Missile: इस हफ्ते की शुरुआत में भारत ने अग्नि-5 न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था. उस वक्त इस मिसाइल की रेंज 5 हजार किलोमीटर बताई गई थी जो अब बढ़ाकर 7 हजार से ज्यादा कर दी गई है. साथ ही इसके वजन में कभी की गई है. इसके वजन को 20 प्रतिशत तक कम किया गया है.


एएनआई को रक्षा सूत्रों ने बताया कि रक्षा सूत्रों ने बताया है कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन यानि डीआरडीओ ने मिसाइल में लगे स्टील को हटाकर कंपोजिट मटीरियल लगा दिया गया है. इससे मिसाइल का वजन अब 20 प्रतिशत कम हो गया है. इसके साथ ही ये भी बताया गया है कि अगर सरकार चाहे तो इसकी मारक क्षमता को 7 हजार किलोमीटर से भी आगे बढ़ाया जा सकता है. इसको लेकर सूत्रों ने कहा है कि मिसाइल की रेंज बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से रिकमंड किया गया था.


इस मिसाइल की जद में चीन


अग्नि-5 को भारत की सबसे भयानक मिसाइल कहा जा रहा है. इसकी जद में चीन का पूरा उत्तरी क्षेत्र आ रहा है. यहां तक कि चीन की राजधानी बीजिंग भी इसकी रेंज में है. हाल में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में चीन के साथ भारत की झड़प के बाद ही भारत ने इस मिसाइल का परीक्षण कर दिया और अब इसकी रेंज में भी परिवर्तन किया है. इस मिसाइल की रेंज बढ़ाने का काम एक रणनीति के तहत किया गया है. इससे भारत को काफी मदद मिलने वाली है.


अग्नि-5 का इस्तेमाल पहले की अग्नि मिसाइलों के मुकाबले काफी आसान है. इसको लो मेंटिनेंस की जरूर होती है और साथ ही इसके ट्रांसपोर्टेशन में भी ज्यादा दिक्कत नहीं होती है. कहने का मतलब है कि अग्नि 5 मिसाइल एक रोड-मोबाइल मिसाइल है और एक ट्रक से बेहद आसानी से इसे ले जाया जा सकता है और एक कनस्तर के माध्यम से इसे लॉन्च किया जा सकता है.


चीन की टेंशन


चीन की डोंग फेंग मिसाइल की मारक क्षमता 12 से 15 हजार किलोमीटर की बताई जाती है. इसी तरह की रेंज की एक मिसाइल अब भारत के पास भी है. डोंग फेंग मिसाइल की मारक क्षमता के बारे में कहा जाता है कि वो भारत के किसी भी शहर को अपनी जद में ले सकती है.


भारत और चीन, दोनों ही देशों के ये मिसाइल क्षमता में लगभग बराबर हैं और दोनों ही मिसाइलें प्रलय मचाने के लिए काफी हैं लेकिन, भारत के अग्नि-5 से चीन इसलिए घबरा रहा है, क्योंकि भारत के पास भी ऐसी क्षमता आ गई है, जिससे चीन के किसी भी हिस्से को सेकंड्स में ध्वस्त किया जा सकता है.


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