Rahul Gandhi: लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और उनकी फैमिली प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने नहीं गई, जिसको लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमलावर है. बीजेपी पूछ रही है कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी कि गांधी फैमिली से कोई महाकुंभ में स्नान करने नहीं गया. इसका जवाब देते हुए प्रिंयका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने राहुल गांधी के महाकुंभ नहीं जाने के फैसले का बचाव किया है. वाड्रा ने कहा कि उनका परिवार धार्मिक आयोजनों का सार्वजनिक प्रदर्शन करने में विश्वास नहीं करता है और राहुल गांधी जैसे सांसद अगर महाकुंभ जाते तो श्रद्धालुओं के लिए परेशानी हो सकती थी.  न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, 'अगर हम महाकुंभ जाते तो वहां वीआईपी व्यवस्थाओं के कारण श्रद्धालुओं को परेशान हो सकती थी. हम कभी भी वहां जा सकते थे. हम कुछ भी सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए नहीं करते. हमें यह दिखाने की जरूरत नहीं है कि हम कितने सेक्युलर हैं.'

'सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए नहीं...'

वाड्रा ने कहा, 'मेरा मानना है कि हमें धार्मिक क्रियाओं में सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए भाग नहीं लेना चाहिए और न ही शो ऑफ की राजनीति में शामिल होना चाहिए. मुझे विश्वास है कि राहुल गांधी सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए धार्मिक यात्रा नहीं करते. वे जब चाहें किसी भी पवित्र स्थल पर जा सकते हैं और इससे कोई भी परेशानी भी नहीं होनी चाहिए.'

राहुल गांधी की हुई थी आलोचना

बता दें कि राहुल गांधी को महाकुंभ में स्नान के लिए नहीं जाने पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. अमित मालवीय से लेकर कई सांसदों ने कहा था कि दुनिया भर से 66 करोड़ से अधिक लोग इसमें शामिल हुए, लेकिन गांधी फैमिली से कोई स्नान करने नहीं पहुंचा. अमित मालवीय ने तंज कसते हुए कहा था कि राहुल गांधी ने तो अयोध्या राम मंदिर में रामलला के दर्शन भी नहीं किए.

26 फरवरी को खत्म हुआ था प्रयागराज महाकुंभ

उत्तर प्रदेश में 45 दिनों के महाकुंभ मेले का धार्मिक आयोजन हुआ था. यह आयोजन 12 सालों के बाद प्रयागराज में हुआ, जोकि 26 फरवरी को खत्म हुआ. यूपी सरकार ने बताया कि महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए. यहां तक कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह से लेकर देश के बड़े-बड़े नेताओं ने संगम के पवित्र जल में स्नान किया था.