भोजपुरी जगत के दो बड़े नाम, दिनेश लाल यादव और खेसारी लाल यादव बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान हुए एक विवाद को लेकर फिर से सुर्खियों में हैं. बीजेपी नेता और भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव ने चुनाव प्रचार के वक्त खेसारी को 'यदमुल्ला' कहकर संबोधित किया था. अब एक मीडिया चैनल से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट बताया कि उन्होंने यह शब्द क्यों इस्तेमाल किया था?
यदमुल्ला क्यों कहा?- दिनेश लाल यादव ने दिया जवाबइंटरव्यू में पूछा गया कि 'यदमुल्ला' जैसा शब्द क्यों कहा गया? यह यादव प्लस मुल्ला जैसे शब्दों का मिश्रण है और नकारात्मक भी माना जा सकता है, तो क्या यह सीमा से बाहर जाने जैसा नहीं था? इस पर दिनेश लाल यादव ने कहा कि उन्होंने यह शब्द इसलिए कहा क्योंकि खेसारी लाल यादव ने सार्वजनिक मंच पर कहा था कि 'राम मंदिर की जगह हॉस्पिटल बनना चाहिए था.' दिनेश लाल यादव के अनुसार, यह बयान हिंदू आस्था के खिलाफ है और इसलिए उन्होंने यह शब्द इस्तेमाल किया.
औरंगजेब का उदाहरण देकर समझायादिनेश लाल यादव ने बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि औरंगजेब ने सिर्फ मंदिर नहीं तोड़े थे, बल्कि हिंदुओं का धर्म परिवर्तन भी इसलिए कराया ताकि भविष्य में जब हिंदू राम मंदिर जैसी विरासत को वापस पाना चाहें तो विरोध करने वाले उन्हीं में से हों.
दिनेश लाल यादव ने कहा,'एक यादव होकर, कृष्ण के वंश में पैदा होकर अगर खेसारी कहता है कि राम मंदिर की जगह हॉस्पिटल बनता तो मैं उसे यादव नहीं कहूंगा. वो वही काम कर रहा है जो औरंगजेब ने धर्म परिवर्तन कराए लोगों को विरोध के लिए खड़ा किया था. इसलिए मैंने उसे ‘यदमुल्ला’ कहा.'
और क्या कहा दिनेश लाल यादव ने?इंटरव्यू के दौरान यह भी पूछा गया कि एक कलाकार होकर दूसरे कलाकार के लिए ऐसा शब्द इस्तेमाल करना कितना उचित है, खासकर जब चुनाव में इस बयान को लेकर उन्हें घेरा भी गया. इस पर दिनेश लाल यादव ने कहा,'क्योंकि वह वैसी ही बात कर रहा था. कौन होता है कोई यह कहने वाला कि राम मंदिर की जगह हॉस्पिटल बनता तो हिंदू-मुसलमान सबका इलाज होता? राम मंदिर के लिए 500 साल संघर्ष हुआ, कोर्ट ने आदेश दिया, उसके बाद बना. उससे पहले अयोध्या में हॉस्पिटल, यूनिवर्सिटी, एयरपोर्ट सब बन चुका है. फिर भी कहना कि मंदिर की जगह हॉस्पिटल बनता — ऐसे आदमी को क्या कहेंगे?'