Who Is Mahbubul Hoque: असम में यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी मेघालय (यूएसटीएम) के चांसलर और मालिक महबूबुल हक को पुलिस ने गुवाहाटी में उनके आवास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. हक को शुक्रवार (21 फरवरी, 2025) को श्रीभूमि जिले में दर्ज एक मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया.
श्रीभूमि में एजुकेशन रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन (ईआरडीएफ) की ओर से संचालित सेंट्रल पब्लिक स्कूल के एग्जाम में कदाचार के आरोपों से घिरे महबूबुल हक इस फाउंडेशन के अध्यक्ष भी हैं. इसके अंतर्गत दो स्कूल भी चलते हैं. इसके अलावा उनका एक निजी मेडिकल कॉलेज भी है. मामले में पुलिस ने यूएसटीएम के चांसलर और सेंट्रल पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल समेत कुल 6 लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है. इन सभी लोगों को जिला अदालत ने जेल भेज दिया है.
सीएम सरमा ने हक पर लगाए थे बाढ़ जिहाद के आरोप
पिछले साल अगस्त में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हक पर बाढ़ जिहाद का आरोप लगाया था. सीएम सरमा का कहना था कि मेघालय के री-भोई जिले में स्थित यूएसटीएम में निर्माण कार्य से गुवाहाटी में अचानक आई बाढ़ आ गई. जंगलों की कटाई और पहाड़ों की कटाई इसके लिए जिम्मेदार है. इसके अलावा सीएम ने ये भी कहा था कि यूएसटीएम से ग्रेजुएशन करने वाले असम सरकार की नौकरी नहीं कर पाएंगे.
कौन हैं महबूबुल हक?
महबूबुल हक असम के श्रीभूमि जिले के पथारकांदी के बरचर्रा गांव के रहने वाले हैं. शरुआती पढ़ाई उन्होंने अपने गांव और आसपास के इलाकों से की. बाद में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से बीएससी की डिग्री हासिल की. साल 2000 में उन्होंने इसी यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री ली. इसके बाद उन्होंने असम में एजूकेशन सेक्टर में ही अपने करियर की शुरुआत की.
हक ने कई मौकों पर दावा किया कि उन्होंने सिर्फ एक कंप्यूटर और चार स्टूडेंट्स के साथ इसकी शुरूआत की और उस समय वो बच्चों से 85 रुपये प्रति माह फीस लिया करते थे. उन्होंने मणिपाल ग्रुप के अंडर एक कंप्यूटर सेंटर शुरू किया था. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और तमाम संस्थान, कई डिग्री कॉलेज और स्कूलों की स्थापना की.
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