Monkeypox: दुनियाभर में मंकीपॉक्स का खतरा लगातार बढ़ रहा है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेडरोस अदनहोम गेब्रेहेसुस ने सलाह दी है कि जिन पुरुषों को मंकीपॉक्स का जोखिम है वे फिलहाल यौन साथियों की संख्या सीमित रखने पर विचार करें. पिछले दिनों ही डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स महामारी को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था.


मंकीपॉक्स के 78 देशों में 18 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं. इनमें से 70 फीसदी के करीब केस यूरोप के हैं. अधिकांश संक्रमण ऐसे पुरुषों में हुए हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं, विशेष रूप से ऐसे पुरुष जो कई लोगों के साथ यौन संबंध रखते हैं.


भारत में इस समय चार मामले में हैं. इनमें से तीन केरल के हैं और एक केस की पुष्टि दिल्ली में हुई है.


मंकीपॉक्स के लक्षण


मंकीपॉक्स में आमतौर पर बुखार, सिरदर्द, तीन सप्ताह तक चकत्ते, गले में खराश, खांसी और फफोले होते हैं. लक्षणों में घाव शामिल हैं, जो आमतौर पर बुखार की शुरुआत के एक से तीन दिनों के भीतर शुरू होते हैं, लगभग दो से चार सप्ताह तक रहते हैं और अक्सर उपचार जारी रहने तक पीड़ादायक होते है. इनमें खुजली भी होती है. मंकीपॉक्स के वायरस का हथेली और तलवों में विशेष प्रभाव दिखता है.


‘न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन’ में छपे एक रिसर्च के मुताबिक, 95 प्रतिशत मामले यौन गतिविधि के माध्यम से प्रसारित हुए और संक्रमित लोगों में से 98 प्रतिशत समलैंगिक या बाईसेक्शुअल (पुरुषों व महिलाओं दोनों से संबंध बनाने वाले) पुरुष थे. रिसर्च में 528 संक्रमितों पर अध्ययन किया गया है.


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