WB SSC Scam: शिक्षक भर्ती घोटाले (Tacher Recruitment Scam) को लेकर विवादों में घिरे पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच का सामना कर रहे चटर्जी के खिलाफ उनकी पार्टी टीएमसी भी कोई बढ़ा कदम उठा सकती है. पार्थ चटर्जी को कैबिनेट से हटाने की मांग तेज होने लगी है.


अब तक केवल विपक्षी दल ही पार्थ चटर्जी को कैबिनेट से हटाने की मांग कर रहे थे लेकिन अब पार्टी के भीतर भी ये मांग उठने लगी है. टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष (TMC Spokesperson Kunal Ghosh) ने पार्थ चटर्जी को तुरंत कैबिनट मंत्री और पार्टी के सभी पदों से तत्काल हटाने की मांग की है. 


टीएमस प्रवक्ता कुणाल घोष ने की ये मांग


शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर ईडी की जांच में घिरे पार्थ चटर्जी के खिलाफ अब उनकी ही पार्टी के भीतर बगावत के सुर फूंटने लगे हैं. टीएमसी प्रवक्ता ने कुणाल घोष ने कहा कि पार्थ चटर्जी को तुरंत मंत्रालय और पार्टी के सभी पदों से हटाया जाना चाहिए. उन्होंने चटर्जी को तत्काल पार्टी से निकालने जाने की मांग की है. कुणाल घोष ने अपनी इस मांग पर जोर देते हुए कहा कि अगर पार्टी के लगता है कि उनका ये बयान गलत है तो पार्टी उन्हें हटा सकती है. उन्होंने कहा वह हमेशा टीएमसी से सिपाही रहेंगे. 






उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "पार्थ चटर्जी को तुरंत मंत्रालय और पार्टी के सभी पदों से हटाया जाना चाहिए. उन्हें निष्कासित किया जाना चाहिए. अगर इस बयान को गलत माना जाता है, तो पार्टी को मुझे सभी पदों से हटाने का पूरा अधिकार है."


बीजेपी ने साधा निशाना


अमित मालवीय ने पश्चिम बंगाल सरकार पर टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी का नाम सामने आने के बाद ममता बनर्जी की चुप्पी पर निशाना साधा है. उन्होंने दिल्ली की केजरीवाल सरकार और पश्चिम बंगाल की ममत सरकार पर अपने मंत्रियों के घोटालों को छिपाने का आरोप लगाया. बीजेपी इस मुद्दे पर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है और अब अमित मालवीय ने भी ट्वीट कर के सवाल किए है. 






अर्पिता के घर से मिले करीब 29 करोड़ कैश


बता दें कि ईडी को बुधवार 27 जुलाई को पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) के ठिकानों से कुल 28 करोड़ 90 लाख रुपये और 5 किलो सोना बरामद हुआ था. अर्पिता ने ये सारा पैसा उनके बेलघरिया स्थित एक फ्लैट के टॉयलेट में छिपा कर रखा था. पांच दिन पहले ही ईडी को अर्पिता के फ्लैट से 21 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए थे. जिसके बाद अर्पिता को 23 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया था. बरामद की गई राशि शिक्षक भर्ती घोटाले से अपराध की आय होने का संदेह है. पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है.


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