पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद भड़की हिंसा पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की कमेटी की तरफ से सौंपी गई रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सवाल किया है. बंगाल सीएम ने कहा प्रधानमंत्री अच्छी तरह जानते हैं कि यूपी में कानून का राज नहीं है. ऐसी हालत में वहां पर कितने आयोग भेजे जा चुके हैं?


ममता बनर्जी बोलीं- यूपी में नहीं 'कानून का राज'


मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगे कहा कि यूपी के हाथरस से लेकर उन्नाव तक कई घटनाएं हो चुकी हैं. हालत ये हैं कि पत्रकारों को भी नहीं बख्शा गया. लेकिन उन्होंने बंगाल को बदनाम किया है. ज्यादातर हिंसा चुनाव से पहले हुई है.






ममता बनर्जी ने कमेटी की रिपोर्ट पर जवाब देते हुए कहा एनएचआरसी को न्यायपालिका का सम्मान करना चाहिए और उसे चुनाव बाद हुई हिंसा से संबंधित रिपोर्ट लीक नहीं करनी चाहिए थी, जो केवल उच्च न्यायालय में जमा करने के लिए थी.


एनएचआरसी ने रिपोर्ट में लगाए गंभीर आरोप


एनएचआरसी की कमेटी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा पर अपनी तरफ से सौंपी रिपोर्ट में कहा कि पश्चिम बंगाल में स्थिति ‘‘शासक के राज’ की तरह है, बजाय कि ‘कानून के राज’ के. इसके साथ ही, पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई कथित हिंसा की जांच के लिए गठित एनएचआरसी की कमेटी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय को दी अपनी रिपोर्ट में ‘‘हत्या और बलात्कार जैसे गंभीर अपराधों’’ की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा की.


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