कोलकाता: पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ जिलों में सांप्रदायिक तनाव जारी है. एक समुदाय दूसरे समुदाय से बदला लेने के लिए आतुर है. इस बीच भीड़ की हिंसा का शिकार बने एक बेटे के पिता ने शांति के लिए एक ऐसा पैगाम दिया है, जिसकी खूब सराहना हो रही है. आसनसोल में राम नवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसक घटनाओं में अपने बेटे को खोने वाले इमाम इमदात उल्लाह राशिद ने लोगों से बेटे की मौत को मुद्दा नहीं बनाने और इलाके में अमन कायम करने की गुजारिश की है.


उन्होंने कहा, ''मेरा एक पैगाम है कि मेरा बेटा चला गया कोई बात नहीं है, हमारे शहर में शांति रहे, शहर में अमन रहे यही मेरी कोशिश है. हत्या को मुद्दा न बनाएं. अगर आप मुझसे प्यार करते हैं तो अमन बहाल करें. मेरे बच्चे की उम्र पूरी हो गई थी. अगर शांति बहाल नहीं हुई तो शहर छोड़ दूंगा.'


इमाम ने कहा, ''मुझे मालूम हुआ कि एक लाश पड़ी हुई है, मैंने देखा कि वो लाश मेरे बेटे की है, उसे बेदर्दी से मारा गया, उसके नाखून निकाल लिए गए. उसे जला दिया गया, उसकी गर्दन पर भी वार किया गया.''


इमाम ने हिंसा के लिए आसनसोल से बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वो चाहते दो दोनों समुदाय को बैठाते तो हम क्यों नहीं बैठते? वो इस शहर के सांसद हैं. वह शांति बहाल की कोशिश कर सकते थे.


केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे थे. इस दौरान पुलिस ने रोक दिया. जिससे गुस्साए बाबुल सुप्रियो ने कहा कि 'खाल खींच लूंगा.'


इमाम का सबसे छोटा बेटा हाफिज सबकत उल्लाह बुधवार को आसनसोल जिला अस्पताल में मृत मिला था. उसके सर और गले पर चोट के निशान थे. इमाम ने यह अपील तब की जब 16 वर्षीय सबकत को कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. उसके जनाजे में करीब 1000 लोग मौजूद थे. उसने हाल में पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित10 वीं का इम्तिहान दिया था.


पश्चिम बंगाल के आसनसोल और पश्चिम वर्द्धमान जिले के रानीगंज इलाके में रविवार और सोमवार को राम नवमी जुलूस के दौरान दो समूहों में हिंसक संघर्ष हो गया था. सरकारी सूत्रों ने बताया कि हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हुई है और दो पुलिस अधिकारी जख्मी हुए हैं.


तनाव बरकरार
आसनसोल के दक्षिणी हिस्सों में स्थिति सामान्य हो रही है लेकिन निषेधाज्ञा बरकरार है और इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं. उप संभागीय अधिकारी (एसडीओ) पी रॉय चौधरी ने कहा कि आसनसोल के दक्षिणी हिस्सों में दुकानें एवं बाजार खुले रहे और वाहनों की आवाजाही शुरू हुई.


उन्होंने बताया कि शहर के उत्तरी हिस्सों में अब भी तनाव बना हुआ है. रॉय चौधरी ने कहा कि हिंसा की नयी घटना नहीं हुई है लेकिन निषेधाज्ञा अब भी बरकरार है. उन्होंने बताया कि इंटरनेट सेवाएं चार अप्रैल तक निलंबित रहेंगी. एसडीओ ने कहा कि पुलिस ने लोगों में सुरक्षा की भावना भरने के लिए शहर में एक मार्च निकाला.