कोलकाता: आज पश्चिम बंगाल में पहले चरण के तहत 30 सीटों पर वोटिंग हो रही है. चुनाव वाले दिन भी बंगाल में हिंसा का दौर जारी है. जगह-जगह से हिंसक हमलों की खबरें आ रही हैं. ताजा हिंसक घटना कांथी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में हुई है. यहां बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी की कार पर हमला हुआ है. कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. हालांकि हमले के समय सौमेंदु कार में नहीं थे. लेकिन उनके कार ड्राइवर को चोट आई है.


सौमेंदु ने टीएमसी पर हमले का आरोप लगया है. बीजेपी नेता सौमेंदु अधिकारी ने कहा, "टीएमसी ब्लॉक अध्यक्ष राम गोविंद दास और उनकी पत्नी की अगुवाई में तीन मतदान केंद्रों में धांधली हो रही है. मेरे जाते ही उनके काम बाधा आ गई. इसलिए उन्होंने मेरी कार पर हमला किया और मेरे ड्राइवर की पिटाई की."



माकपा उम्मीदवार सुशांत घोष से कथित तौर पर हाथापाई
इससे पहले पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सालबोनी इलाके में टीएमसी समर्थकों ने सीपीएम उम्मीदवार सुशांत घोष से कथित तौर पर हाथापाई की और उनके वाहन पर पथराव किया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही घोष सालबोनी बाजार पहुंचे तो कुछ टीएमसी समर्थकों ने उनका घेराव कर लिया और उनसे हाथापाई की. इसके बाद उन्होंने घोष की कार पर भी हमला किया. इलाके में तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें बचाया और सुरक्षित निकाल कर ले गए. वाम मोर्चा सरकार में मंत्री रहे घोष ने कहा, 'यह लोकतंत्र पर हमला है. जंगल राज चल रहा है.'


घटना की रिपोर्टिंग कर रहे कुछ पत्रकारों से भी हाथापाई की गई. चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि घटना के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जिला प्रशासन से एक रिपोर्ट मांगी गई है. टीएमसी ने इसमें किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है.


इससे पहले घोष की इलाके में एक मतदान केंद्र पर टीएमसी नेताओं से नोंकझोंक भी हो गई थी क्योंकि वहां से माकपा के पोलिंग एजेंट को कथित तौर पर हटा दिया गया था. मतदान शुरू होने से पहले ही कई मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गई. लोग गर्मी और बाद में हिंसा की किसी आशंका से बचने के लिए सुबह-सुबह ही मतदान के लिए पहुंचे.


इसी जिले 30 साल के व्यक्ति का मिला शव
बंगाल में कड़ी सुरक्षा के बीच 30 सीटों पर मतदान हो रहा है, जिनमें से ज्यादातर कभी नक्सल प्रभावित इलाका रहे जंगल महल में हैं. पुलिस ने बताया कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले के बेगमपुर इलाके में एक व्यक्ति मृत पाया गया है. उसकी उम्र 30 साल के आसपास बताई जा रही है. उसकी पहचान मंगल सोरेन के रूप में की गई है. उसका शव उसके घर के बाहर बरामद किया गया.


बीजेपी ने दावा किया कि सोरेन उनका समर्थक था और टीएमसी के 'गुंडों' ने कथित तौर पर उसकी हत्या की. हालांकि सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप को खारिज किया है. स्थानीय बीजेपी नेता बबलू बराम ने आरोप लगाया, 'टीएमसी मतदान के दौरान इलाके में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है इसलिए उन्होंने मंगल की हत्या की.' बहरहाल, जिला प्रशासन ने निर्वाचन आयोग को दी अपनी रिपोर्ट में कहा कि मौत का चुनाव से कोई संबंध नहीं है.


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