UP Madrasa:  यूपी के मदरसों के पाठ्यक्रम में कुरान के साथ ही अब रामायण को भी शामिल किया जाएगा, जिसको लेकर यूपी सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है. इसके साथ ही मदरसों को मॉडर्न मदरसों में विकसित किया जाएगा. वक्फ मिनिस्टर धर्मपाल सिंह ने बयान देते हुए कहा कि उत्तराखंड की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश के मदरसों में भी रामायण पढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. 


'हर हाल में इल्म हासिल करना चाहिए'
सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय सचिव कशिश वारसी का कहना है कि मेरे नबी ने फरमाया है कि अगर इल्म हासिल करने के लिए चीन भी जाना पड़े तो चीन जाओ...चीन में न तो कुरान पढ़ाया जाता है और न ही अरबी पढ़ाई जाती है. इस्लाम यह कहता है कि हर हाल में इल्म हासिल करना चाहिए. वक्फ मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि राम हमारे आदर्श हैं. रामायण में सीखने के लिए बहुत कुछ है, इसलिए मदरसों में रामायण पढ़ाने को लेकर विचार करेंगे. मुस्लिम धर्मगुरुओं और विचारकों से इस पर राय ली जाएगी, उसके बाद ही ये फैसला ले जाएगा. 


उत्तराखंड में आगामी सत्र से पढ़ाई जाएगी रामायण
उत्तराखंड के मदरसों में रामायण का पाठ पढ़ाने को लेकर फैसला लिया जा चुका है. इसको लेकर उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा है कि वक्त बोर्ड के अंतर्गत पड़ने वाले 117 मदरसो में हम बच्चों को संस्कृत पढ़ाएंगे. साथ में बच्चों को रामायण का पाठ भी पढ़ाएंगे ताकि बच्चे अपनी संस्कृति से जुड़ सके. उनको अपने इतिहास की जानकारी रहे. ये बच्चे भी संस्कृत के साथ साथ वेद पुराण और रामायण के बारे में भी जान सके. 


मदरसों में रामायण पढ़ाने के लिए विशेष टीचर रखे जाएंगे, जिनके द्वारा बच्चों को किताबों के माध्यम से भगवान राम के चरित्र से रूबरू कराया जाएगा. इससे पहले शादाब शम्स ने कहा था कि अब से मदरसों में संस्कृत पढ़ाई जाएगी. 


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