US San Francisco Khalistan Supporters: अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में खालिस्तान समर्थकों ने एक बार फिर भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया है. सूत्रों के मुताबिक, इससे पहले भी दूतावास के सामने कुछ महीनों पहले जो हमला हुआ था उसमें एनआईए अपनी जांच कर रही है. इस बात की पूरी संभावना है कि उस हमले में जो शामिल थे वह भी 2 जुलाई के हमले में शामिल हैं. सैन फ्रांसिस्को सहित कनाडा और यूके में भी भारतीय संस्थानों को खालिस्तान समर्थकों के प्रदर्शन को लेकर सतर्क रहने को कहा गया है. 


क्या है पूरा मामला?


सूत्रों के मुताबिक, एनआईए की टीम जल्द ही यूएसए जा सकती है. एनआई 2 जुलाई से पहले सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की भी जांच कर रही है. दरअसल, रविवार (2 जुलाई) को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में खालिस्तान समर्थकों के तरफ से आगजनी की कोशिश की गई. अमेरिका के स्थानीय चैनल दीया टीवी ने बताया कि खालिस्तानी कट्टरपंथियों ने रात 1:30 से 2:30 बजे के बीच भारतीय वाणिज्य दूतावास में आग लगा दी, लेकिन सैन फ्रांसिस्को अग्निशमन विभाग ने इसे तुरंत बुझा दिया.


2 जुलाई को भी किया गया था हमला
2 जुलाई को हुए हमले की जांच भी एनआईए को सौंपी जा सकती है. 2 जुलाई के हमले से पहले खालिस्तान समर्थकों के एक ग्रुप ने 20 मार्च को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास पर हमला कर वहां तोड़फोड़ की थी. इन लोगों ने भारतीय दूतावास पर 20 मार्च को की गई तोड़फोड़ के साथ ही खालिस्तान के समर्थन नारे लगाए. इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड भी तोड़ दिए और दूतावास के अंदर दो तथाकथित खालिस्तानी झंडे लगा दिए थे. हालांकि, दूतावास के दो कर्मियों ने जल्द ही उन झंडों को हटा दिया था. इसके बाद प्रदर्शनकारियों का एक ग्रुप दूतावास में घुस गया और दरवाजे-खिड़कियां तोड़ दीं.


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