Indian Deportation Row: ट्रंप प्रशासन अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों की पहचान कर लगातार उन्हें अपने-अपने देश भेज रही है. भारत आए प्रवासियों को अमेरिका से उन्हें हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर लाया जा रहा है. जिसको लेकर विपक्षी दलों ने सरकार की घेराबंदी की है.
संसद की विदेश मामलों की समिति की बैठक में बुधवार, 18 फरवरी 2025, को अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों के साथ किए गए दुर्व्यवहार का मुद्दा उठाया गया. कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने मांग की कि भारत की सीमा में प्रवेश के बाद कम से कम हवाई जहाज में हथकड़ी और बेड़ियां खोल दी जानी चाहिए.
व्हाइट हाउस के वीडियो पर विवाद
अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने मंगलवार को एक्स पर एक 41-सेकंड का वीडियो पोस्ट किया, जिसमें दिखाया गया कि अवैध अप्रवासियों को जंजीरों और बेड़ियों में जकड़कर प्लेन में चढ़ाया जा रहा है. वीडियो में एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मियों को हथकड़ियां और बेड़ियां लाते हुए दिखाया गया. फिर प्रवासी नागरिकों को हाथ, पैर और कमर में जकड़ा जाता है और प्लेन में बैठाया जाता है.व्हाइट हाउस ने इस वीडियो का कैप्शन दिया: "ASMR: इलीगल एलियन डिपोर्टेशन फ्लाइट", जिसे अप्रवासियों की भावनाओं के साथ मजाक के रूप में देखा जा रहा है.
एलन मस्क की टिप्पणी पर आपत्ति
इस वीडियो को शेयर करते हुए टेस्ला और X के मालिक एलन मस्क ने "हाहा वाह" लिखा. इससे पहले उन्होंने लिखा था कि इसका समर्थन करता हूं. इस पर कांग्रेस सांसदों ने आपत्ति जताई और इसे असंवेदनशील करार दिया.
अमेरिका ने 332 भारतीयों को डिपोर्ट किया
हाल ही में अमेरिका ने तीन मिलिट्री फ्लाइट्स से 332 भारतीयों को वापस भेजा. 5 फरवरी को पहली फ्लाइट भारत पहुंची, जिसमें सभी लोगों को हथकड़ियां और बेड़ियां पहनाई गई थीं. 15 और 16 फरवरी को आई दो और फ्लाइट्स में भी पुरुषों को जंजीरों में बांधकर भेजा गया, जबकि महिलाओं और बच्चों को इससे छूट दी गई. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस पर नाराजगी जताई और कहा कि "हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भारतीयों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार दोबारा न हो."
संसद समिति में उठी मांग
विदेश मामलों की समिति की बैठक में सांसदों ने व्हाइट हाउस के वीडियो और भारतीयों के साथ किए गए व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताई. सांसदों ने भारत सरकार से अमेरिका से इस मुद्दे पर आधिकारिक आपत्ति जताने की मांग की.