UP Congress Meeting In Delhi: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस की नजरें अब लोकसभा चुनाव पर टिक गईं हैं. पार्टी ने देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अब चुनावी जोर आजमाइश शुरू कर दी है.


यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा लगभग डेढ़ साल से उत्तर प्रदेश नहीं आई हैं. वह प्रदेश के नेताओं से मिल भी नहीं पाई थीं. उनके उत्तर प्रदेश का प्रभाव छोड़ने की चर्चा भी थी. इस बीच कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व सोमवार (18 दिसंबर) को यूपी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ रणनीतिक बैठक करने जा रहा है.


यूपी में देश की सबसे अधिक लोकसभा सीटें
उत्तर प्रदेश में देश की सबसे अधिक 80 लोकसभा सीटें हैं. यहां पार्टी लंबे समय से अपना खोया जनाधार तलाशने में जुटी है. पिछले लोकसभा चुनाव में उसे अपनी परंपरागत सीट अमेठी में भी हार का सामना करना पड़ा था. पार्टी मात्र एक रायबरेली की सीट पर जीत दर्ज कर सकी थी. इसीलिए इस बार पूरे जोर-जोर से काफी पहले कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी है.


वरिष्ठ नेता करेंगे मंथन
बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा समेत अन्य वरिष्ठ नेता लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मंथन करेंगे. खास बात ये है कि आगामी 20 दिसंबर से भारत जोड़ो की तर्ज पर यूपी जोड़ो यात्रा शुरू होने वाली है. इस बैठक में इस पर भी चर्चा होगी. प्रदेश अध्यक्ष अजय राय तमाम राजनीतिक गतिविधियों की जानकारी देंगे.


इंडिया गठबंधन की सीटों पर हो सकता है फैसला
पार्टी सूत्रों का कहना है कि सूबे में दूसरे दलों से गठबंधन और सीट शेयरिंग को लेकर भी खास विमर्श होगा. 80 सीटों में से कितनी सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी और दूसरे दलों काे कितनी सीटें दी जाएंगी. पार्टी सूत्रों ने बताया है कि राज्य में चुनावी तैयारियों के साथ जातीय समीकरणों को लेकर भी चर्चा होगी.


19 दिसंबर को होनी है विपक्षी दलों की बैठक
आपको बता दो कि लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर आगामी 19 दिसंबर को विपक्षी इंडिया गठबंधन की बैठक होनी है. इस बार कांग्रेस के सामने उत्तर प्रदेश में रायबरेली की सीट बचाने के साथ ही अमेठी की सीट पर जीत दर्ज करने का भी बड़ा दबाव है. इसके अलावा गठबंधन में शामिल पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस को आंख दिखाई रही है. ऐसे में यूपी कांग्रेस के नेताओं की बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है.


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