Swami Prasad Maurya Resigns Cabinet: यूपी की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. यूपी सरकार में श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने मंगलवार को योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनका इस्तीफा बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्य पिछले कई दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे. उनके समाजवादी पार्टी में जाने की खबर है. 


स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर उपेक्षात्मक आरोप लगाते हुए संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने अभी सिर्फ योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया है. अपनी बेटी और बदायूं से बीजेपी सांसद संघमित्रा के इस्तीफा के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत फैसला है.


उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने के बाद उनके साथ कौन और संपर्क में होगा इसके बारे में वह फिलहाल कुछ भी नहीं कहेंगे. स्वामी प्रसाद ने कहा कि मुझे बीजेपी में आगे रहना है या फिर कहीं और जाना है ये अपना कार्यकर्ताओं से राय मशविरा के बाद आगे का फैसला करूंगा. अखिलेश यादव की तरफ से फोटो ट्ववीट किए जाने के बारे में उन्होंने कहा कि वह राजनीतिक व्यक्ति हैं और किसी राजनीतिक दल में तो ज्वाइन करेंगे ही. 


स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा- दलितों, किसानों घोर उपेक्षा के चलते इस्तीफा


स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए सभी दलितों-किसाों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. उन्होंने लिखा- दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.






स्वामी प्रसाद मौर्य ने राजपाल को लिखते हुए कहा- माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये  के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं.


स्वामी प्रसाद मौर्य 2016 में बीजेपी में शामिल हुए थे. उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं से बीजेपी की सांसद है. पिछड़ों के नेता माने जाने वाले केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव से मुलाकात भी की है.