Rameswar Teli on Fuel Price: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच केंद्रीय पेट्रोलियम राज्य मंत्री रामेश्वर तेली का एक बयान सामने आया है. इसमें उन्होंने कहा कि लोगों को मुफ्त में वैक्सीन दी गई और इसके लिए पैसा कहां से आएगा? उन्होंने कहा कि आपने मुफ्त वैक्सीन के लिए पैसे नहीं दिए, इस तरह से उसे इकट्ठा किया गया. ये बयान उन्होंने 9 अक्टूबर को असम में दिया.


रामेश्वर तेली ने कहा, “ईंधन की कीमतें अधिक नहीं हैं, इसमें टैक्स भी शामिल है. फ्री वैक्सीन तो आपने ली होगी, पैसा कहां से आएगा? आपने पैसे का भुगतान नहीं किया है, इस तरह इसे इकट्ठा किया गया.”






तेल की कीमतों का हाल


सोमवार को केरल और कर्नाटक में डीजल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार चली गयी. सरकारी खुदरा ईंधन विक्रेताओं की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, पेट्रोल की कीमत में 30 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गयी. लगातार सातवें दिन की गयी मूल्य वृद्धि से ईंधन की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गयीं. अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 104.44 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 110.41 रुपये प्रति लीटर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी है.


मुंबई में, डीजल अब 101.03 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है जबकि दिल्ली में इसकी कीमत 93.17 रुपये है. जहां देश के अधिकांश हिस्सों में पेट्रोल की कीमत पहले से ही 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर है, अब डीजल की दरें भी कई राज्यों में उस स्तर को पार कर गयी हैं. केरल और कर्नाटक इस कड़ी में जुड़ने वाले नये राज्य हैं.


केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में डीजल की कीमत 100.15 रुपये प्रति लीटर हो गयी है. वहीं शिमोगा और दावणगेरे सहित कर्नाटक के कुछ शहरों में भी सोमवार को यह स्तर देखा गया. हालांकि बेंगलुरु में इस समय डीजल 98.85 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है.


केरल और कर्नाटक के अलावा, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार और लेह में डीजल ने 100 रुपये प्रति लीटर का आंकड़ा पार कर लिया है. राज्यों में स्थानीय कर की अलग-अलग दर के हिसाब से ईंधन की कीमतें अलग-अलग होती हैं.


तेल कंपनियों ने कीमतों में नरम बदलाव की नीति छोड़ते हुए छह अक्टूबर से ज्यादा मूल्य वृद्धि करनी शुरू कर दी है. लगातार छह दिन से पेट्रोल के दाम 30 पैसे प्रति लीटर बढ़ रहे हैं. वहीं डीजल की कीमतों में 35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो रही है.


इसकी वजह है कि ओपेक प्लस ने उत्पादन में चार लाख बैरल प्रतिदिन से अधिक की बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला किया है. इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रेंट कच्चा तेल 82 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है. एक महीने पहले ब्रेंट कच्चे तेल का दाम 72 डॉलर प्रति बैरल था. शुद्ध आयातक होने की वजह से भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत अंतरराष्ट्रीय दरों के अनुरूप होती है.


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