नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नए कृषि कानून किसानों के हित में हैं, लेकिन इस बारे में भ्रम फैलाया जा रहा है. नागपुर से लोकसभा सदस्य गडकरी ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि अगर किसान नए कृषि कानूनों का अध्ययन करेंगे, तो वे विरोध प्रदर्शन नहीं करेंगे.

गडकरी ने कहा, “ये कानून किसानों के हित में हैं. हालांकि, राजनीतिक मकसद से किसानों के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है. मैं राजनीतिक दलों और उनके नेताओं से अपील करना चाहता हूं कि वे इस पर चर्चा करें कि किसानों को क्या फायदा हो रहा है और उन्हें क्या नुकसान होगा.”

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, “मैं किसानों के लिए पिछले 20-25 साल से काम कर रहा हूं. मुझे स्थिति का पता है. ये कानून जमीनी हकीकत के आधार पर बनाए गए हैं. केंद्र सरकार, नए कानूनों पर खुल कर चर्चा करने को तैयार है.”

गौरतलब है कि आज से किसान आंदोलन का दायरा और ज़्यादा बढ़ने का अनुमान है. किसान अभी तक दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर्स पर बैठे हैं. लेकिन, 12 दिसंबर से किसानों की ऐसी ही तस्वीरें दिल्ली-जयपुर हाईवे और दिल्ली आगरा बॉर्डर से भी आ सकती हैं.

दरअसल, किसान पहले ही एलान कर चुके हैं कि किसान आंदोलन का दायरा 12 दिसंबर से बढ़ने जा रहा है. किसानों ने सरकार से बात ना बनने के बाद ऐलान किया है कि 12 दिसंबर से दिल्ली जयपुर हाईवे और दिल्ली आगरा हाईवे को भी जाम किया जाएगा. इसके अवाला किसानों के संगठन ने कहा है कि अगर सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो वे 14 दिसंबर से अपने आंदोलन को और तेज कर देंगे. इसके साथ ही किसानों ने अपने धरने प्रदर्शन को रेलवे ट्रैक पर ले जाने की धमकी भी दी है, हालांकि उन्होंने अभी इसकी तारीख का एलान नहीं किया है.

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