कोरोना की दूसरी लहर का असर अब कई राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में बिल्कुल धीमा पड़ा चुका है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को सिर्फ 89 नए केस सामने आए हैं जो साल 2021 में सबसे कम है, जबकि 11 की मौत हुई है. हालांकि, देश के कई दक्षिण और पूर्वोत्तर के राज्यों में अभी भी कोरोना के मामलों को रोकने में अपेक्षाकृत उतनी कामयाबी नहीं मिल पाई है. इस बीच कोरोना वैक्सीनेशन अभियान जोर-शोर से चल रहा है.
देश में सोमवार को संशोधित नई गाइडलाइन्स लागू होने के पहले ही दिन रिकॉर्ड 80 लाख से भी ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज लगाकर भारत ने दुनिया में नया इतिहास रच दिया है. इससे पहले, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शाम 4 बजे ट्वीट करते हुए कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन ड्राइव आगे है. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन ड्राइव में संशोधित गाइडलाइन्स लागू होने के बाद एक एक दिन में रिकॉर्ड तोड़ 47 लाख कोविड वैक्सीन की डोज अब तक एक दिन में दी जा चुकी है.
पीएम मोदी बोले- वेल डन इंडिया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा- रिकॉर्डतोड़ संख्या में वैक्सीनेशन खुशी की बात है. कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में टीका सबसे मजबूत हथियार बना रहेगा. उन सभी को बधाई जिन्होंने टीका लगाया और सभी अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं को बधाई दी जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि इतने सारे नागरिकों को टीका मिल सके. बहुत शानदार भारत.
इससे पहले, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस के स्वरूप बदलने और नागरिकों के कोविड संबंधी सावधानी कम करने की वजह से मामलों की संख्या बढ़ी और यह दूसरी लहर में तब्दील हुई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को मास्क वितरित करने के बाद वर्धन ने यह टिप्पणी की.
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, उन्होंने कहा कि यद्यपि यह कदम प्रतीकात्मक है लेकिन विभिन्न उद्योगों और कॉर्पोरेट घरानों के लोग और पदों पर बैठे राजनेता इस कदम का अनुकरण कर एक नेक श्रृंखला शुरू कर सकते हैं और कोविड अनुकूल आचरण के जरिये हर किसी को कोविड-19 से बचाने के लिये इसे जनआंदोलन में तब्दील कर सकते हैं.
नई वैक्सीनेशन नीति के बाद रिकॉर्ड तोड़ वैक्सीनेशन
स्वास्थ्य मंत्रालय में इस कवायद का मकसद सभी कर्मचारियों को मास्क वितरित करना है और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों से शुरू कर इसे अन्य कर्मचारियों तक भी पहुंचाया जाएगा. बयान में उनके हवाले से कहा गया, “कोविड-19 को रोकने के लिये सरकार ने पिछले साल लगातार काम किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम मामलों को घटाकर न्यूनतम करने में काफी सफल रहे.”
बयान के मुताबिक उन्होंने कहा, “हालांकि, इस साल की शुरुआत में टीकों के आने से चीजें वापस पटरी पर लौट रही हैं, लोग कोविड अनुकूल आचरण के सामान्य नियमों के पालन में कोताही करने लगे. वायरस ने जहां उत्परिवर्तित होकर अपना स्वरूप बदला, हमनें अपनी सतर्कता कम कर दी. इन सबकी वजह से मामले बढ़े और दूसरी लहर में तब्दील हुए.”