छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार को नक्सली हमला के बाद असम से चुनाव दौरा रद्द कर दिल्ली आए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक की. उनके आवास पर रविवार को करीब एक घंटे तक चली बैठक के दौरान CRPG के स्पेशल डीजी समेत कई अधिकारी मौजूद थे. इस बैठक में छत्तीसगढ़ की घटना को लेकर ताजा हालातों की समीक्षा और नई रणनीति पर  विचार किया गया.


'नहीं व्यर्थ जाएगा जवानों का बलिदान'


छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों से लोहा लेते वक्त शहीद हुए जवानों को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि हमारे जवान शहीद हुए हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक आंकड़ों का सवाल है तो उस बारे में मैं अभी कुछ नहीं कहना चाहता हूं क्योंकि सर्च ऑपरेशन चल रहा है. गृहमंत्री ने आगे कहा कि जिन जवानों ने अपना खून बहाया है उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि इस घटना की वजह से मैं अपना असम दौरा छोड़ दिल्ली लौट रहा हूं.


असम दौरा छोड़ वापस लौटे गृहमंत्री


छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए हैं. सुरक्षा बलों ने लापता 17 जवानों के शव बरामद कर लिए हैं. 20 से ज्यादा हथियार जवानों के शव के पास से नहीं मिले हैं. नक्सली जवानों की हत्या करने के बाद हथियार लूट ले गए हैं. हमले का मास्टरमाइंड बटालियन नंबर 1 का हेड हिडमा है. माओवादियों का सबसे बड़ा बटालियन है ये. वहीं इस हमले की वजह से गृहमंत्री अमित शाह ने भी चुनावी दौरा छोड़ दिल्ली आ गए.


अमित शाह ने रविवार सुबह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फोन कर बीजापुर में हुई नक्सली घटना के संबंध में विस्तृत चर्चा की. मुख्यमंत्री बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री को बीजापुर में राज्य और केंद्र के सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ की मैदानी स्थिति से अवगत कराया.


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