Amit Shah on Amarnath Yatra Security: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों को अमरनाथ यात्रा को निर्बाध संपन्न कराने के लिए अत्यधिक सतर्कता बरतने का निर्देश दिया. उन्होंने सुरक्षा बलों को निर्देश देते हुए कहा, “सरकार तीर्थयात्रियों को सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.”
केंद्रीय गृह मंत्री ने की अमरनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा
अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और अमरनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए गुरुवार (29 मई, 2025) की रात एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के बाद यह बात कही. शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘‘अमरनाथ तीर्थयात्रा की तैयारी की समीक्षा के लिए बैठक की अध्यक्षता की और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए व्यवस्था और तैयारियों का आकलन किया. अत्यंत सतर्कता बनाए रखने और पवित्र यात्रा को निर्बाध रूप से संपन्न कराने के निर्देश दिए.’’
तीन जुलाई से नौ अगस्त तक चलेगी अमरनाथ यात्रा
अमित शाह ने कहा, “केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन तीर्थयात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा. वार्षिक अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई से शुरू होकर नौ अगस्त को समाप्त होगी. अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गुरुवार (29 मई) की शाम यहां पहुंचे थे. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद शाह का केंद्रशासित प्रदेश का यह पहला दौरा है.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ के दौरे पर हैं केंद्रीय गृह मंत्री
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज शुक्रवार (30 मई, 2025) को पुंछ के दौरे पर हैं और इस दौरान वह पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित लोगों से मिलेंगे. अधिकारियों ने कहा, “शाह पुंछ जिले में धार्मिक स्थलों का भी दौरा करेंगे और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कर्मियों से मिलेंगे. पुंछ में सात से 10 मई तक सैन्य संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी गोलाबारी और ड्रोन हमलों में कुल 28 लोगों की जान चली गई थी. उनमें सबसे अधिक 14 आम नागरिक थे.”
अमरनाथ यात्रा के लिए CAPF की 581 कंपनियों को किया जाएगा तैनात
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि केंद्र ने अमरनाथ यात्रा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 581 कंपनी तैनात किए जाने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि 424 कंपनियां केंद्र शासित प्रदेश में भेजी जा रही हैं और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान जम्मू-कश्मीर पहुंचीं करीब 80 कंपनी समेत शेष कंपनी को तीर्थयात्रा मार्ग, तीर्थयात्रियों और श्रीनगर सहित अन्य क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा.