नई दिल्ली:  केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आज केरल में आई भीषण बाढ़ को ‘गंभीर प्रकृति की आपदा’ घोषित कर दिया है. केरल में बारिश और बाढ़ से अबतक 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं हजारों बेघर लोग राहत शिवरों में रहने को मजबूर हैं. गृह मंत्रालय ने कहा है कि केरल में आई बाढ़ और भूस्खलन की प्रबलता को देखते हुए यह सभी व्यवहारिक उद्देश्यों के लिए गंभीर प्रकृति की एक आपदा है. केरल की स्थिति में हो रहा है सुधार- वाइस एडमिरल लूथरा पश्चिमी नौसैन्य कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल गिरीश लूथरा ने कहा कि केरल में स्थिति में सुधार हो रहा है और बचाव अभियान लगभग पूरा हो गया है. उन्होंने कहा कि अब राहत और पुनर्वास की दिशा में प्रयास तेज किये जा रहे हैं. जहां तक नौसेना का सवाल है तो हमने पिछले चार-पांच दिनों में खास तौर पर प्रयास तेज कर दिया था, अब हम राहत प्रदान करने और उसके बाद पुनर्वास की दिशा में कोशिश की ओर बढ़ रहे हैं. केरल: बाढ़ पीड़ितों की मदद को आगे आई शिवसेना, पार्टी के सांसद और विधायक देंगे एक महीने का वेतन वाइस एडमिरल गिरीश लूथरा ने कहा, “बचाव का शुरुआती काम लगभग पूरा कर लिया गया है. हालांकि विभिन्न इलाकों में कुछ लोग फंसे हो सकते हैं. हम उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए उन तक पहुंचेंगे.”  उन्होंने कहा, “दिल्ली से पूरे अभियान के समन्वय का अभियान चल रहा है. रक्षा आपदा प्रबंधन समूह द्वारा सुरक्षा बलों का समन्वय किया जा रहा है और राष्ट्रीय स्तर पर इसका समन्वय राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समूह द्वारा किया जा रहा है.” केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए रोटियां बना रहे हैं कैदी केरल में बाढ़ से मची तबाही के कारण राहत शिविरों में रह रहे पीड़ितों की मदद के लिए यहां सेंट्रल जेल के कैदी भी जुटे हुए हैं और वे उनके लिए रोटियां बना रहे हैं. यहां पूजाप्पुरा की सेंट्रल जेल में कुछ सालों से कारोबारी उद्देश्यों से चपाती, सब्जी और चिकन करी जैसी कई खाद्य सामग्रियां ‘फ्रीडम’ नाम के ब्रांड से बेची जा रही हैं. कम कीमत वाले पकवान शहर में कई काउंटरों पर बेचे जाते हैं. जेल अधिकारियों के अनुसार, बीते सप्ताह बाढ़ पीड़ितों के लिए औसतन 40 से 50 हजार चपाती बनाई गईं. करीब 50 कैदियों की जमात अलग अलग पालियों में दिन रात चपाती बनाने के काम में लगे हैं. चपाती और सब्जी के पैकेट जिले के अधिकारियों को सौंपे गए हैं. इन्हें राहत शिविरों में वितरित किया जाना है. जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमारे खाने के पैकेट मुख्य रूप से छतों और एकांत में बनी इमारतों में फंसे लोगों को हवाई मार्ग से पहुंचाने के लिए हैं.’’  मदद के लिए आगे आईं राजनेता से लेकर फिल्मी हस्तियां तक बाढ़ पीड़ितों की मदद को राजनेता से लेकर फिल्मी हस्तियां तक आगे आ रहे हैं. केरल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 करोड़ रुपये के आपदा राहत कोष का एलान किया है और इसके अलावा गृहमंत्री राजनाथ सिंह पहले ही केरल के लिए 100 करोड़ रुपये की राहत राशि देने का एलान कर चुके थे.  इसके आलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी 10-10 करोड़ की राहत राशि की घोषणा की है. केरल की मदद के लिए अमिताभ बच्चन, जैकलिन फर्नाडींज, अक्षय कुमार, शाहरुख खान जैसी बॉलिवुड हस्तियां भी सामने आई हैं. देश में सामान्य नागरिक भी पेटीएम के जरिए केरल के बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैं. यह भी पढ़ें- सिद्धू विवाद: कांग्रेस ने पूछा- अगर पाकिस्तान जाना देशद्रोह है तो फिर क्या प्रधानमंत्री देशद्रोही हैं? पीएम मोदी के शिष्टाचार की चिट्ठी को पाक ने बताया बातचीत की पेशकश, कहा- 'कश्मीर एक सच है' पाकिस्तान गए सिद्धू के सियासी स्ट्रोक ने कराई कूटनीतिक फजीहत पाकिस्तान जाकर बोले सिद्धू- ‘सौ गुना मोहब्बत लेकर वापस जा रहा हूं, पाक सेना प्रमुख शांति चाहते हैं’