नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर हर रोज कई फोटो, वीडियो और मैसेज वायरल होते हैं. वायरल हो रहे इन फोटो, वीडियो और मैसेज के जरिए कई चौंकाने वाले दावे भी किए जाते हैं. ऐसा ही दावा सोशल मीडिया पर सनसनी मचा रहा है.
क्या दावा कर रहा है सोशल मीडिया? फिल्म पद्मावत के रिलीज के एक दिन पहले यानि 24 जनवरी को कुछ विचलित कर देने वाली तस्वीरें देश के सामने आई. फिल्म का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा के गुरूग्राम में मासूमों से भरी एक स्कूल बस पर हमला कर दिय़ा. सोशल मीडिया पर दावा है कि फिल्म पद्मावत का विरोध करने वाले करणी सेना ने बच्चों की बस पर हमला नहीं किया. बल्कि वो 5 मुस्लिम युवक थे जिन्होंने हमला किया. इनके ट्वीट से शुरू हुई बहस समाजशास्त्री मधु किश्वर ने एक ट्विट किया जिसमें उन्होंने शक जताते हुए लिखा, ''भंसाली की फिल्म के विरोध में कर्णीसेना के नाम पर स्कूल बस पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार पांच लोगों के नाम हैं- सद्दाम, आमिर, फिरोज, नदीम, अशरफ- अगर ये सच है तो बहुत कुछ कहता है-अब और कुछ कहने की जरूरत नहीं है.'' एबीपी न्यूज़ ने वायरल दावे की पड़ताल एबीपी न्यूज़ की पड़ताल में सामने आया कि जिस बस पर हमला हुआ वो गुरूग्राम के जी डी गोएनका वर्ल्ड स्कूल की बस थी. 24 जनवरी की दोपहर करीब 3 से 3.30 बजे जब बस फिल्म पद्मावत का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच से गुजरी तो अचानक बस पर पत्थरबाजी शुरू हो गई. गुरुग्राम पुलिस ने क्या कहा? गुरूग्राम पुलिस के प्रवक्ता रविंदर कुमार ने कहा, ''गुरूग्राम में पद्मावत हिंसा के मामले में कुल सात मुकदमें दर्ज हुए हैं और 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. लेकिन गिरफ्तार किए गए इन 24 आरोपियों में कोई भी मुस्लिम समुदाय से संबंध नहीं रखता है. बाकी जांच जारी है, जो भी इस हमले में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.'' ये है दावे की हकीकत गुरूग्राम पुलिस ने कहानी साफ कर दी. जब मामले की जांच में जुटी पुलिस ने किसी मुस्लिम युवक को गिरफ्तार ही नहीं किया तो ऐसे में गुरूग्राम में स्कूल बस पर हुए हमले में मुस्लिम युवकों के शामिल होने की बात भी महज अफवाह साबित होती है. मधुकिश्वर ने मांगी माफी, ट्वीट डिलीट किया समाजशास्त्री मधु किश्वर जिन्होंने अपने ट्वीट से मुस्लिम युवकों के शामिल होने की अफवाह फैलाई थी, उन्होंने बाद से ट्विटर से अपना ट्वीट डिलीट कर दिया और इसके लिए माफी भी मांगी.
पड़ताल में झूठा साबित हुआ वायरल दावा हमारी पड़ताल में पद्मावत के विरोध में स्कूली बस पर हमला करके कर्णीसेना को बदनाम करने वाले मुस्लिम युवकों का दावा झूठा साबित हुआ है.