Lok Sabha Election 2024: देशभर में लोकसभा चुनावों की तैयारी जारी है. जैसे-जैसे चुनावी तारीख नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे चुनावी पारा भी हाई हो रहा है और राजनेताओं के बयान और तीखे होते जा रहे हैं. त्रिपुरा में भी चुनावी माहौल है और आए दिन नेताओं के बयान और उनपर पलटवार का दस्तूर भी जारी है. इसी कड़ी में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने मंगलवार को दावा किया कि आने वाले दिनों में कम्युनिस्ट संग्रहालयों (म्यूजियम) में मिलेंगे, जबकि कांग्रेस देश से विलुप्त हो जाएगी.


मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे ने 1978 से 1988 के बीच और फिर 1993 से 2018 तक पूर्वोत्तर के इस राज्य पर शासन किया था. इस बीच, कांग्रेस पांच साल तक सत्ता में रही. माणिक साहा ने कहा, ‘‘जब से भारतीय जनता पार्टी (BJP) त्रिपुरा में (2018 में) सत्ता में आई है, कम्युनिस्ट अपनी जमीन खो रहे हैं और उन्होंने कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया है, जिसके कुशासन ने लोगों को प्रभावित किया है.’’


'वाम दलों को जानने के लिए लोगों को म्यूजियम में जाना होगा'


मुख्यमंत्री ने खोवाई जिले के चकमाघाट में एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘कांग्रेस जल्द ही विलुप्त हो जाएगी.’’ वाम दलों पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह तय है कि उन्हें संग्रहालयों में जगह मिलेगी और लोगों को उनके बारे में जानने के लिए संग्रहालय जाना होगा.’’ साहा ने लोकसभा चुनाव से पहले BJP नीत गठबंधन में शामिल होने को लेकर टिपरा मोथा की आलोचना के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन पर निशाना साधा.


उन्होंने कहा, ‘‘माकपा और कांग्रेस ने चुनाव से पहले टिपरा मोथा को अपने साथ लाने की कोशिश की थी, लेकिन वे सफल नहीं हो सके.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने टिपरा मोथा प्रमुख प्रद्योत किशोर देबबर्मा से बात की और उन्हें विपक्ष के जाल में नहीं फंसने के लिए कहा, और आखिरकार, उन्होंने सही रास्ता चुना.’’ टिपरा मोथा पिछले साल विधानसभा चुनाव में 13 सीटें जीत कर 60 सदस्यीय विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई थी. हालांकि, पार्टी पिछले महीने माणिक साहा सरकार में शामिल हो गई और इसके दो विधायक मंत्री बन गए.


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