Trilochan Singh Wazir Murder Case: राजधानी दिल्ली के मोती नगर इलाके में हुई नेशनल कांफ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या के मुख्य आरोपी हरमीत सिंह को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक यह गिरफ्तारी जम्मू बॉर्डर के पास से उस वक्त हुई जब हरमीत छुपने के लिए एक नया ठिकाना ढूंढ रहा था. हरमीत सिंह को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अलावा क्राइम ब्रांच लोकल पुलिस की टीम पिछले 10 दिनों से तलाश कर रही थी. गौरतलब है कि त्रिलोचन सिंह की दिल्ली के मोती नगर इलाके के एक फ्लैट में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड का खुलासा 9 सितंबर को उस वक़्त हुआ जब परिवार के शक जताने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क साधा और फिर जब पुलिस ने मोती नगर इलाके के इस फ्लैट की तलाशी ली तो फ्लैट के अंदर बाथरूम से त्रिलोचन सिंह की सड़ी गली लाश मिली.


क्या थी हत्या की वजह


दिल्ली पुलिस के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद त्रिलोचन सिंह ने पूछताछ में बताया कि करीब तीन साल पहले एक कैलेंडर के मसले पर उसका और त्रिलोचन सिंह का विवाद हो गया था. फिलहाल वो अपने किसी काम के सिलसिले में अगस्त के महीने में जम्मू से दिल्ली आया था. और हरप्रीत सिंह के घर रुका हुआ था. इस बीच 3 सितंबर को त्रिलोचन सिंह भी हरप्रीत के घर आ गया. जिसके चलते वो खुद पास के एक होटल में शिफ्ट हो गया. पुलिस के मुताबिक त्रिलोचन सिंह का कहना है कि हरप्रीत ने उसे बताया कि त्रिलोचन सिंह ने उसकी और उसके बेटे की हत्या की सुपारी पंजाब हरयाणा के गैंगस्टर को दे दी है. इसी के चलते उसने हरमीत के घर मे ही त्रिलोचन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी.


हरप्रीत के कहने पर ही लिखा था कबूल नामा


दिल्ली पुलिस के मुताबिक हरमीत ने पूछताछ में बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल 5 पन्नों का उसका कबूल नामा उसने हरप्रीत के कहने पर ही लिखा था. दरअसल इस हत्याकांड के कुछ दिनों बाद हरमीत के सोशल मीडिया अकाउंट पर एक कबूल नामा पोस्ट किया गया था. जिसमें हरमीत ने हत्या की जिम्मेदारी खुद पर लेते हुए हरप्रीत को बेगुनाह बताया था. दिल्ली पुलिस के मुताबिक त्रिलोचन सिंह से पूछताछ के बाद यह बात साफ है कि इस हत्याकांड में हरमीत के साथ हरप्रीत भी शामिल था. फिलहाल पुलिस की कई टीम हरप्रीत की तलाश में जुटी हुई है.



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