नई दिल्ली: दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है, इस स्थिति को भांपते हुए शहर के सभी स्कूलों को रविवार तक के लिए बंद कर दिया गया तथा निर्माण कार्यों और शहर में ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई. प्रदूषण से जूझते हुए लोग दमघोंटू धुएं से बचने के लिए मशक्कत करते रहे.


उप राज्यपाल अनिल बैजल ने ये कदम उठाने संबंधी पर्यावरण प्रदूषण रोकथाम एवं नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) फैसले को स्वीकृति प्रदान की. जिस बैठक में बैजल ने इस फैसले को मंजूरी प्रदान की उसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए.


स्थिति को दखते हुए उपराज्यपाल ने दिए निर्देश




  • पानी का स्प्रे होगा जिससे बालू और धूल ना उड़ सके. एलजी की ओर से दिल्ली के लोगों से अपील की गई है कि वो घरों और दुकानों के बाहर पानी का छिड़काव करें.

  • किसी भी तरह के सिविल कंस्ट्रकस्शन मकान दुकान निर्माण पर रोक लगा दी गई है. यदि आपको दिल्ली में कहीं किसी बिल्डिंग में कंस्ट्रक्शन होता दिखाई दे तो इलाके के एसएचओ को सूचना दे सकते हैं.

  • खुले में कूड़ा जलाने पर पहले से कानून है जिसमें दो हचार रुपये का फाइन और जेल का प्रावधान है. इसे अब पहले से ज्यादा सख्ती से लागू किया जाएगा. जनरेटर के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई गई है.

  • निजी गाड़ियों के इस्तेमाल को कम करने के लिए पार्किंग का शुल्क बढ़ा दिया गया है. उप राज्यपाल ने नगर निगमों और दिल्ली मेट्रो जैसी एजेंसियों को निर्देश दिया कि ईपीसीए की ओर से किए फैसलों को सख्ती से लागू किया जाए. ईपीसीए ने पार्किंग शुल्क चार गुना बढ़ाने के लिए कहा है. बहरहाल, यह फैसला किया गया कि मेट्रो किराये में अस्थायी तौर पर कटौती नहीं करेगी क्योंकि व्यस्त और कम व्यस्त अवधि के लिए किराये की अलग अलग दर है.

  • दिल्ली के सभी स्कूल रविवार तक बंद तक दिए गए हैं, जानकारी के मुताबिक अगर जरूरत महसूस हुई तो इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है.

  • अवैध फैक्ट्रियों और वैध फैक्ट्रियों जो मानक से ज्यादा धुआं फेंक रही हैं, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी.

  • दिल्ली में ट्रकों की एंट्री पर भी रोक लगाई गई है, सिर्फ जरूरी चीज सामान लाने वाले ट्रकों को ही एंट्री दी जाएगी.

  • जहरीले धुएं के प्रभाव को कम करने के इरादे से शहर की सरकार ने आज एक स्वास्थ्य हिदायत जारी कर दिल्ली वासियों से एक दूसरे की कार का साझा इस्तेमाल करने, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने, अपने - अपने घरों में ही रहने और धूम्रपान नहीं करने को कहा.


प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए शहर में बहुत सारे लोग मॉस्क का इस्तेमाल कर रहे हैं. धुंध की वजह से दिल्ली यातायात पुलिस ने वाहन चालकों से कहा है कि वे तेज गति से वाहन नहीं चलाएं और ड्राइविंग के समय अपने मोबाइल फोन बंद कर लें. यातायात पुलिस ने अपने परामर्श में कहा कि लोग वाहन से निकलने से पहले मौसम पूर्वानुमान पर ध्यान दें तथा घनी धुंध की स्थिति में अपनी यात्रा विलंब से शुरू करें.