पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सभी कोविड ​​​​नियमों का पालन करते हुए 10 और 11 जुलाई को देश में ईंधन की बढ़ती कीमतों के विरोध में धरना देगी. सोमवार को टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी ने इस बारे में जानकारी दी. चटर्जी ने कहा, "सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 10 जुलाई और 11 जुलाई को पश्चिम बंगाल के हर ब्लॉक और शहर में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा." 


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कीमतों में अत्यधिक उछाल से लोगों को बहुत परेशानी हुई है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मई के बाद से आठ बार बढ़ोतरी हुई है, जिनमें से छह बार सिर्फ जून में हुई थी. बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स को कम करने करने की अपील की.


ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को लिखा खत


सीएम ममता ने अपने खत में लिखा कि देश के कई राज्यों में पेट्रोल की कीमत सौ के आंकड़े को पार कर चुकी है. 4 मई 2021 के बाद से आपकी सरकार ने आठ बार पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बढ़ाया है. जून महीने में छह बार और एक सप्ताह में चार बार कीमतों को बढ़ाया गया है, ये चौंकाने वाला है. इस बढ़ोतरी से आम लोग परेशान हैं. 


 






ममता बनर्जी ने सरकार पर लगाए आरोप


उन्होंने पीएम मोदी को लिखे खत में ये भी कहा कि साल 2014-15 से आपकी सरकार है, भारत सरकार को तेल और पेट्रोलियम उत्पादों से होने वाले टैक्स कलेक्शन में 370 फीसदी का उछाल मिला है. पश्चिम बंगाल की सरकार ने आम लोगों के प्रति हमदर्दी दिखाते हुए पेट्रोल और डीजल दोनों की कीमतों में छूट दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस कोविड महामारी के बीच भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में तेल और पेट्रोलियम उत्पादों से 3.71 लाख करोड़ रुपये का राजस्व जमा किया है.


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