नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने अपने 77 उम्मीदवार शनिवार को घोषित किए हैं. एमपी, राजस्थान में भी बीजेपी मंथन कर रही है लेकिन बीजेपी कार्यकर्ताओं में महाभारत छिड़ चुकी है. तीनों चुनावी राज्य में टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में गृह युद्ध जैसे हालात बन गये हैं जिससे बीजेपी परेशान है.
मध्यप्रदेश बीजेपी के गढ़ इंदौर में एक दूसरे पर बीजेपी के कार्यकर्ता टूटे हुए हैं. एक वीडियो में दिख रहा है कि कैसे बीजेपी के समर्थक ईंट लेकर दूसरे पर हमला कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर तेजी से वाय़रल हो रहे इस वीडियो के बारे में कुछ लोग कह रहे हैं कि शिवराज सिंह के समर्थकों को प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के समर्थकों ने पीट दिया. ये सब उस दिन और उस वक्त हुआ जब सूबे के सीएम शिवराज सिंह चौहान और इलाके के सबसे बड़े बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय रोड शो कर रहे थे. उधर नेता रोड शो कर रहे थे और कार्यकर्ता एक दूसरे पर लात घूंसों से वार कर रहे थे. भोपाल में भी बीजेपी दफ्तर के बाहर टिकट की मांग को लेकर दावेदार सड़क पर उतर आये हैं
छत्तीसगढ़ रायपुर के बीजेपी दफ्तर के बाहर नारे लगाए जा रहे हैं जिसमें दलालों के नाम से नारे लगाए जा रहे हैं. ये वो लोग हैं जो टिकट बंटवारे से नाराज हैं. छत्तीसगढ में बीजेपी ने 14 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं और कई जगह नए उम्मीदवार उतारे गये हैं. इसके कार्यकर्ता नाराज हैं और पार्टी दफ्तर पर कल से ही प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे हैं.
राजस्थान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ की तरह ही राजस्थान में भी टिकट का बंटवारा बीजेपी को परेशान कर रहा है. हालात इतने खराब थे कि जयपुर में बीजेपी की मीटिंग में ही टिकट को लेकर हंगामा हो गया था. राजस्थान में चुनाव अंतिम फेज में है इसलिए विवाद की ज्यादा खबरें यहां से नहीं आ रही है लेकिन विवाद यहां भी है. अब सवाल ये है कि गृह युद्ध की स्थिति में बीजेपी वापसी कैसे कर पाएगी ?
चुनावी राज्यों में बीजेपी की परेशानी बीजेपी को सवर्णों की नाराजगी का मुद्दा परेशान किए हुए हैं और एंटी इनकंबेंसी यानी सत्ता विरोधी लहर से बीजेपी घिरी हुई है. बीजेपी से किसान, व्यापारी नाराज बताये जा रहे हैं और ऐसे में पार्टी के कार्यकर्ता ही नाराज हो गये तो फिर बीजेपी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. लिहाजा बीजेपी को चाहिए कि फौरन इस स्थिति को काबू में करें नहीं तो आने वाला समय और खराब हो सकता है.
CBI ने आरोपी डीएसपी देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया, अपने ही दफ्तर में की छापेमारी