Tibet Community Protests Against China: दशकों पहले तिब्बत से जबरन विस्थापित होकर भारत पहुंचे तिब्बती शरणार्थियों का वतन वापसी का दर्द जी20 समिट से एक दिन पहले छलक गया. दिल्ली के मजनूं टीले पर शुक्रवार (8 सितंबर 2023) को तिब्बती शरणार्थी इकट्ठा हुए और ड्रैगन के खिलाफ नारे लगाए. पहले से ही मौजूद पुलिस ने संवेदनशील राजनयिक संबंधों और जी20 समिट के मद्देनजर आंदोलन स्थगित करने की रिक्वेस्ट की. जिसके बाद उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया. 


डीसीपी नॉर्थ दिल्ली सागर सिंह कलसी ने बताया, 'यहां तिब्बती यूथ कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया है. इन्होंने आधे घंटे तक प्रदर्शन किया. हमने इनसे यहां से जाने का अनुरोध किया और उन्होंने जाना शुरू कर दिया है. यहां पर सुरक्षा व्यवस्था बहुत कड़ी है.' पुलिस अधिकारियों ने पहले से ही इनपुट के आधार पर यहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी. 






सुरक्षा एजेंसियों की चप्पे-चप्पे पर नजर
मजनू का टीला इलाके में बड़ी संख्या में तिब्बती शरणार्थी रहते हैं. पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी के मुताबिक, ‘हमने मजनू का टीला इलाके के कुछ हिस्सों में नाकाबंदी की है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.’


शिखर सम्मेलन से पहले, पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. नयी दिल्ली जिले में, पुलिस, अर्धसैनिक बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियां ​​कड़ी निगरानी रख रही हैं. दिल्ली पुलिस को 50,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों, के9 डॉग स्क्वॉड और घुड़सवार पुलिस द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है.


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