पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में बद्जुबानियों का दौर चल पड़ा है और यह किसी एक दल की ओर से हो रहा, ऐसा भी नहीं है. सभी पार्टियां एक-दूसरे को नीचे दिखाने के लिए बद्जुबानियां कर रही हैं. इसी कड़ी में ममता बनर्जी के भतीजे और TMC सांसद अभिषेक बनर्जी का नाम भी जुड़ गया है. अलीपुरद्वार की एक रैली में अभिषेक बनर्जी ने कहा, ''हर साल पश्चिम बंगाल केंद्र सरकार को 75,000 करोड़ रुपये भेजता है, लेकिन जब केंद्र सरकार अम्फान तूफ़ान से राहत के लिए 1,000 करोड़ रुपये भेजती हैं, तो बीजेपी नेता कहते हैं कि यह मोदी जी द्वारा भेजा गया है. वे यह भूल जाते हैं कि यह हमारा ही पैसा है. बीजेपी नेताओं के बाप का नहीं है.''





वहीं, इससे पहले बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता बनर्जी की तुलना बिल्ली से कर दी थी. उन्होंने कहा था, ''ममता बनर्जी खुद को रॉयल टाइगर मानती हैं लेकिन हकीकत यह है कि रॉयल टाइगर कभी खुद को बाघ नहीं कहता.'' दिलीप घोष ने यह भी कहा कि सच्चाई यह है कि ममता बनर्जी की स्थिति बिल्ली जैसी हो गई है.


दिलीप घोष ने एक और विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी अपना पैर दिखाना चाहती हैं तो वो साड़ी के बदले बरमूडा शॉट्स पहन सकती हैं. सोशल मीडिया में बीजेपी नेता के इस बयान की काफी आलोचना हो रही है.


इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का सबसे बड़ा दंगाबाज करार दिया था. ममता बनर्जी ने कहा था, बीजेपी बंगाल में एक भी गोल नहीं कर पाएगी. मैं विधानसभा चुनाव में गोलकीपर बनूंगी. उन्होंने कहा, ''बंगाल पर बंगाल शासन करेगा, गुजरात नहीं. बंगाल पर गुंडे और बदमाश राज नहीं करेंगे. ममता बनर्जी ने कहा, ट्रंप से भी खराब दुर्भाग्य पीएम मोदी और भाजपा का इंतजार कर रहा है.'' इसके अलावा, ममता बनर्जी ने बीजेपी नेताओं को रावण और राक्षस तक करार दे दिया था.