देश में कोरोना की दूसरी लहर धीमी पड़ गई है और ज्यादातर सभी राज्यों में प्रतिबंधों से भी छूट मिल गई है. वहीं, ऐसे में लोग तीसरी लहर से अनजान बनते हुए बेपरवाह और लापरवाह होकर घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं.


दरअसल मैदानी इलाकों में गर्मी के कहर से बचने के लिए लोग पहाड़ियों पर जाते और घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं. पहाड़ी राज्यों में लोग का तांता लगा हुआ है तो वहीं रस्तों पर गांड़ियों का रेला भी दिखाई दे रहा है. हैरानी की बात ये है कि एक ओर जहां विशेषज्ञ लागातार तीसरी लहर की चेतावनी दे रहे हैं वहीं, लोग इन पहाड़ी राज्यों में बेपरवाह सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं.


ऑफलाइन बुकिंग भी नहीं मिल रही


आपको बता दें, हिल स्टेशनों पर सैलानियों की ऐसी बाढ़ आई हुई है कि अब होटलों में ऑनलाइन तो छोड़िए ऑफलाइन बुकिंग भी नहीं मिल रही है. शिमला, मनाली, नैनीताल में सैलानियों का जमावड़ा दिख रहा है. वहीं, ऐसे में सोशल मीडिया पर इन सैलानियों की भीड़ देख लगातार रिएक्शन देखने को मिल रहे हैं.


कुछ यूजर्स का कहना है कि कोरोना वायरस को लोगों ने मजाक बना दिया है. कुछ यूजर्स इस भीड़ को देख चिंतित है तो वहीं, कुछ लोग अपनी-अपनी तरह से मामले पर टिप्पणी कर रहे हैं.






एक यूजर ने भीड़ की तस्वीर को ट्वीट कर लिखा, शांति को ढूंढने गए लोग शांत हो सकते हैं. मतलब आप समझ ही गए होंगे.   






वहीं एक यूजर ने ट्वीट किया कि अस्पतालों में रूम की कमी के बाद अब मनाली के होटलों में रूम की कमी बनी.






एक यूजर ने मनाली की भीड़ की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा क्या इन लोगों को एक बार फिर अस्पतालों में बिस्तर की कमी देखनी है? क्या हमने बीते वक्त से कुछ नहीं सीखा?






वहीं, एक और यूजर ने भीड़ की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, हर बार नेताएं ही स्थिति को बिगाड़े ये जरूरी नहीं, यहां इन लोगों को देखें.






आपको बता दें, तीसरी लहर किसी भी पल अपना कहर दिखा सकती है. ऐसे में ये लापरवाही एक बार फिर अस्पताल के बाहर लंबी लाइन में तब्दील हो सकती है.


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