नई दिल्ली: पूंछ में पाकिस्तान की बर्बरता का शिकार हो कर शहादत पाने वाले सेना के नायब सूबेदार परमजीत सिंह की बेटी का पालन पोषण और उसकी पढ़ाई से लेकर उसकी शादी का ज़िम्मा हिमाचल प्रदेश के एक दंपति ने उठाया है.


शहीद की छोटी बेटी खुशदीप कौर को गोद लेने वाले यूनस खान कुल्लू जिले के डिप्टी कमिश्नर हैं और उनकी पत्नी सोलन जिले की एस.पी हैं. आज दोनों पति पत्नी शहीद परमजीत सिंह के गांव पहुंचे और परिवार से मुलाकात की.


एबीपी न्यूज़ से ख़ास बातचीत में कुल्लू के डिप्टी कमिश्नर यूनस खान और उनकी आईपीएस पत्नी अंजुम आरा ने बताया कि जब से उन्होंने ने परमजीत सिंह की शहादत की खबर देखी है तब से उनके मन में एक ही सवाल था कि शहीद परमजीत सिंह द्वारा अपने बच्चों के भविष्य के लिए देखे हर सपने को कैसे साकार किया जाए.



इसके बाद इस दंपति ने फैसला किया कि वह शहीद की छोटी बेटी की पढ़ाई से लेकर हर जिम्मेदारी खुद उठाएंगे. यूनस और अंजुम आरा का एक बेटा है. शहीद परमजीत सिंह की दो बेटियां और एक बेटा है.


दंपति का कहना है कि अगर परिवार के बाकी सदस्यों को किसी तरह की आर्थिक या फिर कोई और मदद की ज़रुरत होगी तो वह हमेशा उनका साथ देंगे. यूनस खान ने कहा कि वह अब समय समय पर शहीद के घर आते रहेंगे और बेटी खुशदीप के साथ-साथ बाकी परिवार  से भी मुलाकात करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि अगर खुशदीप उनके साथ भी रहना चाहे तो रह सकती है.


बता दें कि पाकिस्तान की ओर से हुए हमले में  भारत के दो जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के बाद पाक की बॉर्डर एक्शन टीम यानी BAT ने जवानों के शव के साथ बर्बरता भी की. जानकारी के मुताबिक बैट की टीम एलओसी से 200 मीटर अंदर आकर इस कायराना हरकत को अंजाम दिया. बैट की टीम ने छुपकर हमला किया और भाग गई. इस हमले में परमजीत सिंह भी शहीद हो गए थे.