भाजपा के जन आशीर्वाद यात्रा पर पक्ष-विपक्ष की राजनीति तेज़ है गई है. कोरोना नियमों का उलघंन कर यात्रा निकालने पर केवल मुंबई में 7 FIR भाजपा आयोजकों पर दर्ज हुए हैं.  बीजेपी के जनआशीर्वाद यात्रा में भारी भीड़ जुट रही है. इस जन आशीर्वाद यात्रा में एक गैंग भी है जिसने सबकी नींद उड़ा रखी है. यह गैंग है उन चोरों का जो भीड़ का फायदा उठाकर मोबाइल, वॉलेट, घड़ी, गोल्ड चैन, ब्रेसलेट पर हांथ साफ करते थे. मुंबई से सटे ठाणे शहर में केंद्रीय मंत्री कपिल पाटिल की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान नाशिक के मालेगांव से आए चोरों के गैंग ने जमकर हांथ साफ किया. क्राइम ब्रांच ने इस गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार किया हैं. इनके पास से एक कार सहित, 10 मोबाइल, लाख रुपए से अधिक की नगदी और जेब कतरे में इस्तेमाल होने वाली सामग्री बरमाद की हैं. 


ठाणे शहर क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ पोलीस निरीक्षक विकास घोडके ने बताया की, यह गैंग अपने आप को भीड़ का हिस्सा बना लेता था. जब बड़े नेताओं का स्वागत सत्कार होता या नारेबाज़ी होती उस समय चोर अपने काम को अंजाम देते. इस यात्रा में कई कार्यकर्ताओ का मोबाइल और कुछ नगद चोरी हो गया था जिसकी शिकायत नजदीकी पुलिस स्टशन में की गई थी. मामला दर्ज होने के बाद इसकी जांच शुरू की गई तब ये गैंग क्राइम ब्रांच के निशाने पर आया. क्राइम ब्रांच ने चोरी के मामले में मालेगाव के एक गैंग के 4 लोगो को गिरफ्तार किया है.


पिक पॉकेटिंग के बाद ये लोग एक होटल में छुपे हुए थे और खास तौर पर पिक पॉकेटिंग के लिए मालेगांव से एक कार लेकर आये थे. गिरफ्तार चारो आरोपियों की पहचान अबुबकर उस्मान अंसारी (35 साल), नदित अंसारी (30 साल), अतीक अहमद (51) और अश्पाक अंसारी (38) के रूप में हुई हैं. चारों आरोपी मालेगांव के रहने वाले हैं और जन आशीर्वाद यात्रा के लिए मालेगांव से ठाणे यात्रा के लिए आये थे.


ठाणे शहर क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ पुलीस निरीक्षक विकास घोडके ने बताया की क्राइम ब्रांच ने जब यात्रा के दौरान का सीसीटीवी फुटेज चेक किया तब इस गैंग की तस्वीर क्राइम ब्रांच के हाथ लगी. साथ ही कई मोबाइल फुटेज की भी पड़ताल की जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरोह के चार लोगों को अरेस्ट किया. पुलिस ने चोरो को शिलफाटा के होटल के पास गिरफ्तार कर लिया.


तलाशी के दौरान उसके पास एक लाख 19 हजार रुपये नकद और 10 मोबाइल फोन मिले और साथ ही पुलिस ने गाड़ी को भी अपने कब्जे में लिया . पुलिस ने बताया कि इनका मोडस यह था कि बड़े राजनीतिक कार्यक्रम या किसी की शादी या पार्टी की जानकारी मिलने के बाद ये चोर कार से वहां पहुच जाते थे. फिर वे जुलूस में शामिल होते हैं और ब्लेड से लोगो की जेब काटते हैं या उनकी जेब में हाथ डालकर नकदी चुराते हैं.  इनके खिलाफ नासिक, मुंबई और नवी मुंबई  मालेगाव के विभिन्न पुलिस स्टेशन में दर्जनों मामले दर्ज हैं.


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