नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास करने वाले प्रतिभागियों को तोहफा देते हुए योग्यता प्रमाण पत्र की वैद्यता सात साल से जीवनकाल तक बढ़ा दी है. वैद्यता बढ़ाए जाने का निर्णय 11 फरवरी 2021 से पूर्वव्यापी प्रभावित होगा.


इस संबंध में सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को कहा गया है कि वो उन उम्मीदवारों को नए टीईटी प्रमाणपत्र जारी करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें जिनकी सात वर्ष की अवधि पहले ही समाप्त हो चुकी है.


एनसीटीई के द्वारा टीईटी आयोजित की जाती है


इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा, "शिक्षा के क्षेत्र को आजीविका बनाने के इक्छुक उम्मीदवारों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने की दिशा में शिक्षा मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि टीईटी प्रमाणपत्र की वैद्यता बढ़ाने का निर्णय लिया है. यह लाखों उम्मीदवारों के लिए बेहद सकारात्मक कदम होगा. इससे ना सिर्फ रोजगार के अवसर पैदा होंगे बल्कि उम्मीदवारों को बार बार परीक्षा देने का दबाव भी कम होगा."


शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) एक व्यक्ति के लिए स्कूलों में शिक्षक के रूप नियुक्ति के लिए पात्र होने के लिए आवश्यक योग्यताओं में एक है. राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के द्वारा आयोजित की जाती है.


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