Poonch Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले में पांच सैनिकों की शहादत के बाद सेना की पूछताछ में कथित तौर पर तीन लोगों की मौत से सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी में तनाव बढ़ गया. जिसके बाद सरकार ने मृतकों के निकटतम परिजनों को मुआवजा और नौकरी देने की घोषणा की.


पुंछ और राजौरी में इंटरनेट बंद


अधिकारियों ने अफवाह फैलाने वालों को रोकने और किसी भी कानून-व्यवस्था की समस्या को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर दोनों जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया है. इलाके में स्थिति पर नजर रखने के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी इलाके में डेरा डाले हुए हैं. 


मुआवजा और नौकरी का ऐलान


जम्मू कश्मीर के जन संपर्क विभाग ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘‘पुंछ जिले के बफलियाज में तीन लोगों के मारे जाने की खबर आई. चिकित्सीय कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी है और इस मामले में उचित प्राधिकारी द्वारा कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.’’ इसमें कहा गया है, ‘‘मरने वाले सभी लोगों के लिए सरकार ने मुआवजे की घोषणा की है. इसके साथ ही सरकार ने मरने वाले के निकटतम परिजन को नौकरी देने का भी ऐलान किया है.’’ 


पुंछ जिले में 27 से 42 वर्ष की आयु के तीन लोग शुक्रवार (22 दिसंबर) को मृत पाए गए थे. मृतकों के परिजनों और राजनीतिक नेताओं ने आरोप लगाया कि हिरासत में प्रताड़ना के कारण उनकी मौत हुई है. उनका कहना है कि गुरुवार को घात लगा कर हुए हमले के सिलसिले में जिन आठ लोगों को सेना ने पकड़ा था, तीनों उनमें शामिल थे. 


मौत की जांच में सेना देगी सहयोग


सेना की जनसंपर्क शाखा ने शनिवार (23 दिसंबर) को ट्वीट कर कहा कि वह नागरिकों की मौत की जांच में पूरा सहयोग देगी. भारतीय सेना के अतिरिक्त जन सूचना महानिदेशालय (एडीजीपीआई) ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘21 दिसंबर की घटना के बाद सुरक्षा बलों की ओर से क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी है. क्षेत्र में तीन नागरिकों की मौत के संबंध में रिपोर्ट प्राप्त हुई हैं. मामले की जांच जारी है. भारतीय सेना जांच में पूरा समर्थन एवं सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है.’’


परिजनों को सौंपा गया शव


अधिकारियों ने बताया कि कथित हिरासत में यातना के वीडियो शुक्रवार को सामने आए, जिसके बाद अधिकारियों ने दोनों जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं. सूत्रों ने बताया कि मरने वाले तीन लोगों के शव पोस्टमार्टम के बाद शनिवार की सुबह उनके परिजनों को सौंप दिये गये. इनमें सफीर हुसैन (43), मोहम्मद शैकत (27) और शबीर अहमद (32) शामिल हैं. अधिकारियों ने कहा कि उनके शवों को शनिवार दोपहर बफलियाज के कब्रिस्तान में दफनाया गया.


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