Telangana Tunnel Collapse: तेलंगाना के श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग में 22 फरवरी 2025 को छत गिरने से आठ मजदूर फंस गए थे. सरकार, सेना, नौसेना, एनडीआरएफ और सुरंग विशेषज्ञ रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं, लेकिन अब तक सभी मजदूरों को बाहर निकालने में सफलता नहीं मिली है.
इस बीच तेलंगाना के आबकारी मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव ने शनिवार (01 मार्च, 2025) को पुष्टि की कि अधिकारियों ने आठ में से चार मजदूरों का रडार के माध्यम से पता लगा लिया है. मंत्री ने कहा, "रडार से चार मजदूरों की लोकेशन मिली है, उम्मीद है कि उन्हें रविवार शाम तक बाहर निकाल लिया जाएगा." बाकी चार मजदूर सुरंग बोरिंग मशीन (टीबीएम) के नीचे फंसे हो सकते हैं, जिससे बचाव कार्य और भी मुश्किल हो गया है.
बचाव अभियान में 11 एजेंसियों की टीमें लगींइस जटिल बचाव अभियान में 11 विशेषज्ञ एजेंसियां शामिल हैं. मलबे और कीचड़ की वजह से अभियान में देरी हो रही है. बचाव दल सुरंग बोरिंग मशीन (टीबीएम) को काटकर रास्ता बनाने की कोशिश कर रहा है. यह हाल के समय के सबसे चुनौतीपूर्ण बचाव अभियानों में से एक माना जा रहा है.
विपक्ष ने बचाव अभियान में देरी को लेकर उठाए सवालविपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सरकार बचाव अभियान में देरी कर रही है. इस पर मंत्री कृष्ण राव ने जवाब दिया कि विशेषज्ञ टीमें पूरी कोशिश कर रही हैं, लेकिन सुरंग के अंदर कीचड़ और मलबे की वजह से स्थिति बेहद जटिल है.
बता दें कि हाल ही में तेलंगाना सरकार ने उत्तराखंड से रैट-होल माइनर्स को बुलाया था, क्योंकि वे संकरी जगहों में बचाव कार्य में विशेषज्ञता रखते हैं. सीएम रेवंत रेड्डी रेस्क्यू ऑपरेशन की लगातार निगरानी कर रहे हैं. वहीं, तेलंगाना के मंत्री भी हालात का जायजा ले रहे हैं. अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि फंसे हुए मजदूरों को कब तक सुरक्षित बाहर निकाला जा सकता है.