Telangana BRS Rally: तेलंगाना के सीएम केसीआर (KCR) ने विपक्षी दलों को साथ लाने की कवायद शुरू कर दी है. सीएम चंद्रशेखर राव की पहल पर खम्मम में कई विपक्षी नेता एक मंच पर साथ दिखे. बुधवार (18 जनवरी) को तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (BRS) की उद्घाटन जनसभा का आयोजन किया गया. इस रैली में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत कई दिग्गज नजर आए. जानिए इस रैली से जुड़ी बड़ी बातें. 


1. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने एक गैर-कांग्रेसी विपक्षी मोर्चा बनाने की दिशा में बुधवार को पहला कदम उठाया. तेलंगाना के हैदराबाद के खम्मम शहर में विपक्षी नेताओं का एक धड़ा पीएम मोदी के खिलाफ गोलबंदी करने के लिए जुटा. भारत राष्ट्र समिति की रैली में आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और सीपीआई के डी राजा ने भाग लिया. जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी, जो केसीआर के राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश का समर्थन कर रहे हैं, कर्नाटक में उनकी चल रही पंचरत्न रथ यात्रा के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके. 


2. रैली में बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा गया. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कल बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक संपन्न हुई. उन्होंने खुद कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए 400 दिन बाकी हैं. यह सरकार अपने दिन गिन रही है. यह 399 दिनों के बाद नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि अगर हम मिलकर काम करें तो देश को प्रगतिशील एजेंडे के साथ आगे ले जा सकते हैं. अखिलेश यादव ने बीजेपी पर चुनी हुई सरकारों को परेशान करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि फासीवादी रवैये पर सवाल उठाने वाले नेताओं को परेशान करना केंद्र की आदत बन गई है. उन्होंने कहा कि सूर्य जनवरी से उत्तरायण में चला गया है और राष्ट्रीय राजनीति दक्षिणायन में आ रही है.


3. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि आज हम एक नए प्रतिरोध की शुरुआत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ब्रिटिश वफादार हमारे देश पर शासन कर रहे हैं, लेकिन हम देश को सही रास्ता दिखा रहे हैं. बीजेपी समाजवाद और लोकतंत्र के खिलाफ है. केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी लोकतंत्र की नींव को तबाह करना चाहती है. आज हमारी सभी देशी भाषाओं को दरकिनार करते हुए हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में थोंपने का प्रयास किया जा रहा है. मातृभाषाओं को खत्म कर हिंदी थोपने से देश की अखंडता प्रभावित होगी.


4. केरल के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि देश की बेहतरी के लिए बहुदलीय व्यवस्था जरूरी है. आज खरीद-फरोख्त के जरिए राज्यों में सरकारें गिराई जा रही हैं. एक राजनीतिक गठजोड़ सत्ता में है जो हमारे स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा नहीं था. केंद्रीय कानून मंत्री का बयान कि न्यायाधीशों की नियुक्ति में केंद्र की निर्णायक भूमिका होनी चाहिए, यह साबित करता है कि बीजेपी सरकार न्यायिक स्वायत्तता को नष्ट करने पर तुली हुई है. भारत के मुख्य न्यायाधीश ने इस कदम का विरोध किया है.


5. आप के राष्ट्रीय संजोयक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर तंग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी राज्यपालों के माध्यम से पंजाब, दिल्ली, तमिलनाडु, केरल और तेलंगाना में बाधा पैदा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को बेरोजगारी या वस्तुओं की बढ़ती कीमतों की परवाह नहीं है. उन्हें केवल राज्यों में गैर-बीजेपी सरकारों को गिराने की परवाह है. पहली बार इस देश में नेता एक साथ आ रहे हैं, अखिलेश जैसे नेता हमारे साथ आ रहे हैं.


6. रैली में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि युवा बेरोजगार हैं, यह देश रोजगार चाहता है. उन्होंने कहा कि जब डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप ने सरकारी स्कूल देखना चाहा तो उन्होंने (बीजेपी) 'केजरीवाल वाला' स्कूल दिखा दिया. भारतीय जुमला पार्टी देश को गुमराह कर रही है. जहां वे जीत नहीं पाते, वहां उपचुनाव कराते हैं या विधायक खरीदते हैं. 


7. भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि 'मेक इन इंडिया' भारत में एक मजाक है. हमारी सरकार आने पर अग्निपथ योजना को रद्द कर दिया जाएगा. सेना पर उंगली उठाने की इस मूर्खतापूर्ण नीति को हम रद्द करेंगे. उन्होंने कहा कि ‘रायतु बंधु’ जैसी कल्याणकारी योजनाओं को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए. बीआरएस की मांग है कि दलित बंधु योजना को पूरे देश में लागू किया जाए. बीआरएस महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रस्ताव करता है. केसीआर ने साथ ही 2024 में लोकसभा चुनाव जीतने पर देश भर के किसानों को मुफ्त बिजली देने का वादा किया.


8. सीएम के. चंद्रशेखर राव ने एलआईसी के विनिवेश को लेकर भी केंद्र की आलोचना की. उन्होंने कहा कि अगर आप एलआईसी को निजी हाथों को बेचते हैं तो हम एलआईसी का राष्ट्रीयकरण कर देंगे. विशाखा स्टील प्लांट बिक जाने की बात कही जा रही है. विशाखा स्टील को किसी भी सूरत में नहीं बेचा जाएगा. हम इसका फिर से राष्ट्रीयकरण करेंगे. 


9. रैली में किसानों के कल्याण पर तेलंगाना सरकार की योजनाओं के पक्ष में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए. बीआरएस के पदाधिकारियों और उत्साही कार्यकर्ताओं की मौजूदगी के बीच बैठक स्थल हिंदी में बनाए गए राजनीतिक गानों से गूंज उठा. पार्टी के कार्यकर्ताओं ने 'एक दो तीन चार, देश के नेता केसीआर' की धुन पर तालियां बजाईं. 'जय तेलंगाना और जय जय केसीआर', 'भाजपा को हटाएंगे, भारत को बचाएंगे' जैसे नारों के साथ कार्यकर्ताओं ने हिंदी गाने सुने. मंच पर 'अब की बार किसान सरकार' का नारा लिखा था और इसे प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया.


10. तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर (KCR) ने कहा कि आज भारतीय समाज का लक्ष्य क्या है? क्या भारत अपने लक्ष्य से भटक गया है? देश में क्या हो रहा है? यह एक ऐसा सवाल है जो मुझे कई दिनों से परेशान कर रहा है. ये इस देश के लोगों की संपत्ति है, जिसे किसी से भीख मांगने की जरूरत नहीं है, जिसे विश्व बैंक, अमेरिका या किसी अन्य विदेशी सहायता की आवश्यकता नहीं है. लाखों करोड़ की संपत्ति है हम दूसरों से भीख क्यों मांगते हैं. हमारे पास 50% से अधिक खेती योग्य भूमि है जहां अमेरिका और चीन के पास क्रमशः 29 और 16 प्रतिशत है. जल संसाधन और मानव संसाधन का सही उपयोग नहीं हो रहा है. हम किसी भी विकसित देश से कम नहीं हैं, लेकिन हमें धोखा दिया जा रहा है. 


ये भी पढ़ें- 


केंद्रीय वित्त मंत्रालय की सुरक्षा में सेंध, जासूसी के शक में डाटा एंट्री ऑपरेटर को किया गिरफ्तार