खाड़ी देश संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में आयोजित दुबई एयर शो के आखिरी दिन (16-21 नवंबर) भारतीय वायुसेना का स्वदेशी फाइटर जेट LCA-तेजस क्रैश हो गया. हादसे में वायुसेना के पायलट की मौत हो गई. दुबई एयर शो में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस ने भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व किया था. तेजस लड़ाकू विमान ने एयर शो की फ्लाइंग में हिस्सा लिया था. दुबई के स्थानीय समय अनुसार, शुक्रवार दोपहर 2.10 बजे (भारत के समयनुसार 3.40 बजे) आसमान में मैनुवर (करतब) करते वक्त, तेजस विमान अचानक लो-फ्लाइंग करते वक्त जमीन पर गिर गया. क्रैश के वक्त की तस्वीरों और वीडियो से ऐसा लगता है जैसा कि लड़ाकू विमान का फ्री-फॉल था.

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क्रैश के वक्त, दुबई के अल-मखतोम एयरबेस पर फ्लाइंग देखने के लिए हजारों की संख्या में देश-विदेश के लोग मौजूद थे. ऐसे में दर्शकों और इंटरनेशनल पत्रकारों ने क्रैश को लाइव कैमरे और मोबाइल पर कैद कर लिया.

क्रैश के बाद फाइटर जेट धू-धू कर जल उठा. पायलट को भी विमान से निकलने का मौका नहीं मिला. वीडियो देखकर ऐसा भी प्रतीत होता है कि पायलट ने विमान को आखिरी दम तक बचाने की कोशिश की. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा कि गिरते वक्त लड़ाकू विमान दर्शक-दीर्घा या फिर टारमेक पर प्रदर्शनी के लिए खड़े दुनियाभर के विमानों पर गिरने नहीं दिया.

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IAF ने दिए जांच के आदेश

दुर्घटना के बाद वायुसेना ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर दुबई एयर शो में तेजस एयरक्राफ्ट के क्रैश की पुष्टि की और बताया कि पायलट की भी गंभीर चोट लगने के चलते मौत हो गई है. वायुसेना ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके. वायुसेना ने घटना पर संवेदनाएं प्रकट करते हुए दुख की घड़ी में पायलट के परिवार के साथ खड़े होने की प्रतिबद्धता जाहिर की. दो वर्ष में एक बार होने वाले दुबई एयर शो में दुनियाभर की वायुसेनाएं और ग्लोबल एविएशन कंपनियां अपने लड़ाकू विमान, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और टोही विमानों सहित दूसरे सैन्य साजो सामान प्रदर्शित करती है.

दुबई एयरशो में पहले भी भाग ले चुका है तेजस

दुबई एयर शो में LCA तेजस, वर्ष 2021 और 2023 में भी हिस्सा ले चुका है. इस बार तेजस के साथ, पाकिस्तान के स्वदेशी फाइटर जेट, जेएफ-17 ने भी हिस्सा लिया था. दुबई एयर शो में एलसीए तेजस के अलावा वायुसेना की सूर्यकिरण (हॉक फाइटर जेट) की एयरोबैटिक टीम ने भी हिस्सा लिया था. एयर शो में भारत की एक बड़ी मौजूदगी थी. ऐसे में खुद रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और सह-वायुसेना प्रमुख (वाइस चीफ) एयर मार्शल एन.तिवारी ने एयरो शो के उदघाटन समारोह में हिस्सा लिया था और भारत पैविलयन का उदघाटन किया था.

वायुसेना के अलावा, एलसीए तेजस को भारत ने मेक फॉर दे वर्ल्ड के तहत मित्र-देशों को एक्सपोर्ट करने के लिए भी तैयार किया है. यही वजह है कि दुबई एयर शो में तेजस की शिरकत बेहद अहम था. यही वजह है कि रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ खुद एक बड़े प्रतिनिधिमंडल के साथ दुबई गए थे.

एयरशो में लगे थे HAL और DRDO के स्टॉल

दुबई एयर शो में स्थापित भारतीय मंडप में LCA तेजस का निर्माण करने वाली कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO), ब्रह्मोस एयरोस्पेस लिमिटेड, कोरल टेक्नोलॉजीज, डंटल हाइड्रोलिक्स, इमेज सिनर्जी एक्सप्लोर और एसएफओ टेक्नोलॉजीज सहित कई प्रमुख भारतीय रक्षा एवं प्रौद्योगिकी कंपनियों के स्टॉल मौजूद थे.

इनके अलावा, भारत फोर्ज, ब्रह्मोस, टेक महिंद्रा और एचबीएल इंजीनियरिंग सहित 19 भारतीय कंपनियां स्वतंत्र रूप से अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया. साथ में,15 भारतीय स्टार्टअप अपने उत्पादों और समाधानों का प्रदर्शन करेंगे. भारतीय वायु सेना सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम ने भी इस एयर शो में भाग लिया.

150 देशों के 1500 प्रदर्शक हुए थे शामिल

दुबई एयर शो एक द्विवार्षिक वैश्विक आयोजन है, जिसमें 150 देशों के 1500 से अधिक प्रदर्शक और 1,48,000 से अधिक औद्योगिक पेशेवर भाग लेते हैं. इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में बॉम्बार्डियर, डसॉल्ट एविएशन, एम्ब्रेयर, थेल्स, एयरबस, लॉकहीड मार्टिन और कैलिडस जैसी अग्रणी अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस कंपनियां अपने उत्पादों एवं तकनीकों का प्रदर्शन करती हैं.