Tamil Nadu Politics: तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में सेना के जवान की हत्या के एक हफ्ते बाद तमिलनाडु राजभवन ने इस तरह की घटना को गंभीर चिंता का विषय बताया. उनका यह बयान राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री को पसंद नहीं आया और उन्होंने राज्यपाल आर एन रवि पर पलटवार किया. 

राज्य की सत्तारूढ पार्टी डीएमके के राज्य मंत्री के पोनमुडी ने अपने तीन पेज के एक लिखित बयान में कहा कि राज्यपाल ने बेरोजगार लोगों के साथ अपनी बैठकों की तस्वीरें और डिटेल्स सोशल मीडिया पर पोस्ट करके राजभवन को एक कॉफी शॉप में बदल दिया है. 

क्या है पूरा मामला?सोशल मीडिया पर बुधवार को वायरल हो रही तस्वीरों में तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई पूर्व सैनिकों के एक समूह के साथ राज्यपाल रवि को एक ज्ञापन देते हुए नजर आ रहे हैं. हाल ही में कुछ पूर्व सैनिकों ने राज्यपाल से मुलाकात कर डीएमके पार्षद के नेतृत्व में एक सशस्त्र गिरोह द्वारा भारतीय सेना में सेवारत सैनिक एम. प्रभु की भीषण हत्या के मामले की शिकायत की.

पुलिस ने इस मामले में सत्तारूढ़ पार्टी के पार्षद आर चिन्नासामी, उसके बेटे सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया है जो चेन्नई में पुलिस कांस्टेबल है. पोनमुडी ने कहा, इस तथ्य को छोड़कर कि आरोपी सत्ताधारी पार्टी का पार्षद है, हत्या का कोई राजनीति एंगल नहीं है लेकिन बीजेपी ने देशभक्ति को राजनीतिक रूप से बिक्री योग्य उत्पाद बना दिया है. वे इस घटना का इस्तेमाल मीडिया पब्लिसिटी के लिए कर रहे हैं.

हत्या के विरोध में बीजेपी कर रही है भूख हड़तालबीजेपी की तमिलनाडु इकाई राज्य भर में सेना के जवान की कथित हत्या किए जाने को लेकर मंगलवार को भूख हड़ताल कर रही है. बीजेपी ने कहा कि यह भूख हड़ताल 29 वर्षीय लांस नायक प्रभु को न्याय दिलाने और पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चे के प्रमुख टी. पेरियासामी के आवास पर हुए हमले के सिलसिले में की जा रही है. पार्टी पदाधिकारियों ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जवान की हत्या और पेरिसामी के घर पर हमले को लेकर द्रमुक सरकार की निंदा की है.

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