तमिलनाडु के करूर में मची भगदड़ पर तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) के नेता और अभिनेता विजय ने अपने समर्थकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की. उन्होंने इस घटना के खिलाफ बोलने वाले राजनीतिक दलों की आलोचना की और कहा कि वे लगभग पांच महीनों तक प्रोपेगेंडा टूर चलाते रहे. उन्होंने भरोसा जताया कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी. एक्टर विजय के आरोपों के बाद तमिलनाडु सरकार ने उनपर निशाना साधा.

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'आयोजकों ने नहीं मानी पुलिस की बात'

तमिलनाडु सरकार ने कहा कि पुलिस ने टीवीके प्रमुख विजय से भारी भीड़ के चलते आयोजन स्थल से 50 मीटर पहले रुक जाने को कहा, लेकिन आयोजकों ने बात नहीं मानी. राज्य सरकार ने कहा कि टीवीके की रैली में 10,000 लोगों की अनुमानित भीड़ दोगुनी हो गई. अभिनेता विजय के पीछे आने वाले लोगों से कुल भीड़ 25,000 से अधिक हो गयी.

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तमिलनाडु सरकार ने कुछ वीडियो जारी किए जिनमें करूर में टीवीके कार्यकर्ता अवरोधक हटाकर भागते हुए नजर आ रहे हैं. सरकार का कहना है कि करूर में अभिनेता विजय की रैली के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित नहीं की गई थी.

घटना का सच जल्द सामने आएगा: विजय

करूर में टीवीके की रैली में मची भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई. टीवीके पार्टी के संस्थापक विजय ने कहा कि उन्होंने अभी तक प्रभावित लोगों से मुलाकात नहीं की है, क्योंकि उनकी वहां मौजूदगी से असामान्य स्थिति उत्पन्न हो जाएगी. उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को चुनौती दी कि वे उनके साथ कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन उनकी पार्टी के सहयोगियों के साथ नहीं. उन्होंने कहा कि घटना का सच जल्द ही सामने आएगा और उन्होंने संकेत दिया कि वह कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं.

इस मामले में कोर्ट ने टीवीके नेता मथियाझागन और एमसी पौन राज को 14 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा है. वे 27 सितंबर को करूर में अभिनेता और टीवीके प्रमुख विजय के अभियान के लिए झंडे और फ्लेक्स बैनर सहित रैली की व्यवस्था में शामिल थे.

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