AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार (30 सितंबर, 2025) को कई मुद्दों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी सरकारें मुसलमानों को एक्टिवली पीछे धकेल रही हैं. बुलडोजर, फेक एनकाउंटर और स्कीम खत्म कर उन्हें पीछा किया जा रहा है. वक्फ के उपर गलत कानून बनाए गए हैं.
ओवैसी ने कहा कि इस समय देश में दो सबसे बड़े चैलेंज है. National Security और Demographic Change. बीजेपी के पास इसका कोई जवाब नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि अभी जो Marginalised Community है उसको हम alternative नहीं दे पा रहे हैं. इसलिए AIMIM का लक्ष्य है कि Pluralism को मजबूत करना चाहिए.
सीजफायर को लेकर उठाए सवाल
भारत-पाकिस्तान संघर्ष मामले पर बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि हमारे पास मौका था befitting रिप्लाई देने का, लेकिन पता नहीं क्यों हम रूक गए. अचानक आप (मोदी सरकार) रुक गए, क्यों रुके, जबकि पूरा देश तैयार था. फिर आप संसद में बोलते हैं कि पीओके हासिल करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि बार-बार ऐसा मौका नहीं मिलता है.
पीओके पर मोदी सरकार को घेरा
पीओके के मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि हमारी संसद का resolution है. तो लेना तो पड़ेगा ना. हमारी जमीन है, लेकर रहेंगे. राजनाथ सिंह कह रहे हैं कि पीओके खुद हमारे साथ आएगा. कैसे आ जाएगा, ये भी बताए. उन्होंने आगे कहा कि पीओके बिल्कुल लेना चाहिए सरकार को, जितना ये सरकार बोली, किसी ने नहीं बोला. पर करके भी तो दिखाओ.
ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि फतेहपुर में दरगाह पर हमले के दौरान वे चुप थे, लेकिन बरेली में I Love Muhammad के पोस्टर पर तुरंत कार्रवाई की गई. उन्होंने वक्फ कानून हटाने के लिए मोदी सरकार की आलोचना की और कहा कि मुस्लिम समुदाय अपनी मस्जिदें नहीं छोड़ेगा. ओवैसी ने जोर देकर कहा कि अल्लाह सबसे बड़ी ताकत है, किसी से डरने की जरूरत नहीं है.
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