तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) के नेतृत्व वाली एआईएडीएमके कैडर राइट्स रिट्रीवल कमेटी ने गुरुवार (31 जुलाई 2025) को बीजेपी की अगुआई वाली एनडीए से नाता तोड़ लिया. उन्होंने मॉर्निंग वॉक के दौरान मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात के कुछ घंटों बाद यह कदम उठाया.

पन्नीरसेल्वम ने छोड़ा एनडीए गठबंधन का साथ

तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में एनडीए का साथ छोड़ने के बाद अब राज्य की राजनीति में नए समीकरण बनने के संकेत मिल रहे हैं. तमिलनाडु के पूर्व मंत्री और पन्नीरसेल्वम के करीबी पनरुट्टी एस रामचंद्रन ने एनडीए से अलग होने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि हमारा ग्रुप बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ अपना गठबंधन तोड़ रहा है. उस समय पूर्व सीएम पन्नीरसेल्वम भी वहां मौजूद थे.

एक्टर विजय की पार्टी के साथ करेंगे गठबंधन?

एस रामचंद्रन ने आगे कहा कि ओपीएस 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले जल्द ही पूरे राज्य का दौरा करेंगे. उन्होंने आगे कहा, "फिलहाल किसी भी पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं है. चुनाव करीब आने पर गठबंधन पर फैसला लेंगे." पन्नीरसेल्वम ने एक्टर विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) के साथ हाथ मिलाने की संभावना से इनकार नहीं किया.

उन्होंने कहा, "समय बताएगा कि हम किसके साथ हाथ मिलाएंगे. अभी चुनाव होने में समय है." ओपीएस एआईएडीएमके के प्रमुख नेता रह चुके हैं. पार्टी के भीतर नेतृत्व को लेकर लंबी खींचतान के बाद उन्होंने अपना एक अलग ग्रप बना लिया था. 

बीजेपी से क्यों नाराज थे ओ पन्नीरसेल्वम?

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने हाल ही में पीएम मोदी को पत्र लिखकर उनसे औपचारिक मुलाकात के लिए समय मांगा था. उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया. बताया जा रहा है कि इस बात से वह नाराज थे. इसके बाद उन्होंने सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) के फंड के वितरण में देरी को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से केंद्र सरकार पर निशाना साधा था. 

ये भी पढें : Rahul Gandhi On Donald Trump: ट्रंप ने भारत के लिए कहा- डेड इकॉनमी, राहुल गांधी सुनकर हो गए खुश, बोले- 'फैक्ट है, दुनिया जानती है'