Coimbatore Car Blast Case: तमिलनाडु सरकार ने कोयंबटूर विस्फोट मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) को सौंपने के लिए केंद्र की मोदी सरकार से सिफारिश करेगी. राज्य सरकार ने बुधवार को यह जानकारी दी. 


मुख्यमंत्री एम के स्टालिन की अध्यक्षता में सचिवालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक में इस मामले की जांच की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की गई. जिसमें कि सीएम एमके स्टालिन ने कोयंबटूर कार विस्फोट मामले में एनआईए जांच की सलाह दी है. स्टालिन के निर्देशों के हवाले से एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि इस मामले के राज्य की सीमाओं से परे और अंतरराष्ट्रीय संबंध होने की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए इसकी जांच एनआईए को सौंपने की केंद्र से सिफारिश करने का निर्णय लिया गया है.






मामला क्या है?


कोयंबटूर में एक कार में हुए धमाके के सिलसिले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और मामले में कठोर गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधान लागू किये गये हैं. इस धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी. मृतक के परिसर से विस्फोटक जब्त किए गए हैं. बता दें कि ब्लास्ट के कारण इलाके में हड़कंप मच गया था. विस्फोट की तीव्रता इतनी थी कि मारुति 800 कार में रखे सिलेंडर के कारण उसके दो टुकड़े हो गए थे. चालक भी बुरी तरह से जल चुका था. जिस कार में विस्फोट हुआ था उसे जेमिशा मुबीन नाम का शख्स चला रहा था. धमाके में मुबीन की भी मौत हो गई थी. उसके वॉट्सऐप स्टेटस से पता चला है कि वह पहले से जानता था कि उसकी मौत होने वाली है.


सूत्रों के मुताबिक आरोपी कई बड़े विस्फोटों की प्लानिंग कर रहे थे, लेकिन उनकी योजना अंजाम तक नहीं पहुंच पाई. पुलिस के मुताबिक रियाज, नवाज और फिरोज ने विस्फोटक ले जाने के लिए कार के जरिए मुबीन की मदद की थी. पकड़े गए इन आरोपियों में से कुछ से एनआईए ने साल 2019 में भी पूछताछ की थी. आरोपियों से 75 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया है. इसमें पोटेशियम नाइट्रेट, चारकोल, एल्युमिनियम पाउडर और सल्फर शामिल है. 


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